- 333 करोड़ की योजना को मंजूरी
- लोगों का सफ़र होगा आरामदायक
मुंबई: ठाकरे सरकार ने नागपुर के लोगों को एक बड़ा तोहफा देने का ऐलान किया है. नागपुर शहर के आसपास रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए यात्री गाड़ियों के स्थान पर आधुनिक वातानुकूलित ब्रॉड गेज मेट्रो ट्रेनों की शुरुआत को मंजूरी दी गई है. बुधवार को कैबिनेट की बैठक में इस योजना पर मुहर लगाई गई. यह सेवा फीडर सेवा द्वारा नागपुर मेट्रो लाइन से जुड़ी होगी.
महोमेट्रो ने इस योजना के लिए 333.60 करोड़ रुपए की परियोजना प्रस्तुत की है. इस परियोजना के कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार द्वारा 21.30 करोड़ रुपए ब्याज मुक्त माध्यमिक ऋण सहायता के रूप में प्रदान किए जाएंगे. इसके लिए महामेट्रो, राज्य सरकार और भारतीय रेलवे के बीच एक एमओयू को भी मंजूरी दी गई है. नागपुर मेट्रो रेलवे फेज -1 परियोजना के लिए 305.20 करोड़ रुपए के ऋण के केएफडब्ल्यू व एनी वित्तीय संस्थाओं से मदद लेने का प्रस्ताव है.
कई शहरों को जोड़ेगी
ब्रॉडगेज मेट्रो का नेटवर्क नागपुर से वर्धा, नागपुर से काटोल, नरखेड़, नागपुर से रामटेक, नागपुर से भंडारा, नागपुर से वड़सा देसाईगंज, चंद्रपुर रहे. ब्रॉडगेज मेट्रो से पहले से आधे समय में इन स्थानों की यात्रा करना संभव होगा. वर्धा को सिर्फ 35 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. शहर के खापरी, अजनी व नागपुर रेलवे स्टेशन इंटरचेंज के लिए समीपस्थ मेट्रो स्टेशन में इकट्ठा की जाएगी. इस सफ़र के दौरान 42 स्टेशन होंगे.
गडकरी की संकल्पना
नागपुर से ब्रॉडगेज मेट्रो शुरू हो व आसपास का करीबन 100 किलोमीटर का परिसर ब्रॉडगेज मेट्रो से जुड़े यह संकल्पना केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की थी. इस संकल्पना को साकार करने प्रयास भी गडकरी ने ही किए. बुधवार को ब्रॉडगेज मेट्रो प्रकल्प को राज्य सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान किए जाने पर गडकरी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्री एकनाथ शिंदे व पूरे मंत्रिमंडल का आभार माना.
शहर में महामेट्रो का खर्च 350 करोड़ रु. प्रतिकिलोमीटर है. ब्रॉडगेज मेट्रो के लिए मात्र 5 करोड़ रु. प्रतिकिलोमीटर खर्च आएगा. ब्रॉडगेज मेट्रो के लिए मध्य रेलवे के ट्रैक, सिग्नल व स्टेशन का इस्तेमाल होगा. प्रतिघंटा 120 किमी रफ्तार से यह मेट्रो दौड़ेगी व प्रत्येक स्टेशन पर करीब 1 से डेढ मिनिट (मुंबई लोकल समान) रुकेगी.