The whip of Jammu and Kashmir rule again on the country's opponents, six officers were sacked

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    श्रीनगर: देश विरोधियों और आतंकवादियों के समर्थन करने वालों पर जम्मू-कश्मीर शासन का चाबुक लगातार जारी है। इसी क्रम में बुधवार को छह अधिकारियों को आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर के साथ संबंध को लेकर बर्खास्त कर दिया है। 

    ज्ञात हो कि, बीते दिनों जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक अधिसूचना जारी की थी जिसमें अगर कोई सरकारी कर्मचारी आतंक वादियों का समर्थन करेगा या देश की संप्रभुता, संविधान और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बनने वालेगतिविधियों में शामिल होगा उसे अपनी नौकरी खोना पड़ेगा

    आदेश के अनुसार इस तरह के आरोप लगने पर कर्मचारी के प्रमोशन पर तत्काल रोक लगा दी जाएगी। यदि आरोपों को केंद्र शासित प्रदेश स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी भी सही मानती है तो कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है। आदेश में कहा गया है कि सरकारी कर्मचारियों के आचरण को लेकर पहले से स्पष्ट नियम हैं।

    समय-समय पर जारी होते हैं चरित्र प्रमाणपत्र

    जम्मू-कश्मीर सिविल सर्विसेज (कैरेक्टर एंड एंटीसीडेंट्स) इंस्ट्रक्शंस 1997 और इसमें किए गए संशोधन को चरित्र प्रमाणीकरण के दौरान विशेष ध्यान में रखा जाए। कर्मचारी के चरित्र पर रिपोर्ट में यदि देश विरोधी गतिविधियाें में शामिल होने, समर्थन करने या फिर संलिप्त तत्व की जानकारी होने के बावजूद सूचना छिपाने की बात आती है तो उसका कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। इसके तहत प्रमोशन रोकने से लेकर बर्खास्त करने की कार्रवाई की जा सकेगी।