राजेश मिश्र
लखनऊ. महीनों से टलता आ रहा उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) रविवार को हो ही गया। विस्तार में एक कैबिनेट और छह राज्य मंत्री (State Minister) सहित कुल सात लोगों को शपथ (Oath) दिलाई गई है।इसी साल जुलाई में कांग्रेस (Congress) छोड़कर कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को आज उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
शाहजहांपुर जिले के जितिन प्रसाद को ब्राह्मण चेहरे के तौर पर शामिल किया गया है। मंत्रिपरिषद में शामिल अन्य लोगों में बलरामपुर सदर विधायक पल्टूराम, बरेली से विधायक छत्रपाल गंगवार, गाजीपुर की संगीता बलवंत बिन्द, आगरा के धर्मवीर प्रजापति, सोनभद्र के संजीव कुमार गोंड और मेरठ के दिनेश खटिक को राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई है।
चार नाम राज्यपाल के पास भेजे
हालांकि पहले निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और अपना दल से आशीष पटेल को भी मंत्री बनाने की चर्चा थी पर आखिर में उन्हें जगह नहीं मिल पाई। संजय निषाद को जरुर विधान परिषद की एक सीट दी गई है। दो दिन पहले ही निषाद पार्टी ने भाजपा के साथ मिलकर अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया था। रविवार को ही विधान परिषद के लिए प्रदेश सरकार ने चार नाम राज्यपाल के पास भेजे हैं। इनमें चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर, शामली, गोपाल अंजान भुर्जी, मुरादाबाद, जितिन प्रसाद, शाहजहांपुर और संजय निषाद, गोरखपुर शामिल हैं।
जितिन प्रसाद किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं
मंत्रिपरिषद विस्तार में प्रदेश के जातीय समीकरण को साधने की पूरी कवायद की गई है। विस्तार में मंत्री बनने वालों में अनुसूचित जाति से दो, आदिवासी एक, पिछड़ा वर्ग से तीन और ब्राह्मण समुदाय से एक शामिल है। इस विस्तार के साथ अब उत्तर प्रदेश में कुल 60 मंत्री हो गए हैं। मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए जितिन प्रसाद अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। जितिन को आज ही विधान परिषद के लिए नामांकित चार लोगों को सूची में शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में चार नामित सदस्यों का स्थान इसी साल जुलाई में खाली हुआ था।