Priyanka Gandhi
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    लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में हुई हिंसा के मामले में पीड़ित परिवारों से मुलाकात के लिए जाने की सशर्त अनुमति दे दी है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया “लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिकोण से लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया था, मगर अब वहां पर लोगों को पांच-पांच के समूह में जाने की अनुमति दे दी गई है।

    जो भी व्यक्ति जाना चाहें वहां जा सकते हैं।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य शांति व्यवस्था हर हालत में बनाए रखने का है और उसकी मंशा किसी के आवागमन को बाधित करने की नहीं थी जो भी प्रतिबंध लगाए गए थे वे लखीमपुर खीरी में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही थे।

    इससे पहले, उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दी थी। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी गई है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इससे पहले राहुल की अगुवाई में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति नहीं दी थी।

    सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था कि किसी को भी माहौल बिगाड़ने के लिए लखीमपुर खीरी नहीं जाने दिया जाएगा। वाद्रा को लखीमपुर खीरी में गत रविवार को हुई हिंसा के मामले में वहां जाते वक्त सोमवार को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था।