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    मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बुलेटिन के दिसंबर अंक में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से संबंधित खर्च के बावजूद सरकारी व्यय आमतौर पर बजट अनुमानों के अनुरूप बने रहने और कर संग्रह में व्यापक रूप से उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन के बीच केंद्र और राज्यों के वित्त में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला।

    केंद्रीय बैंक के अर्थशास्त्रियों द्वारा लिखे गए पत्र में केंद्र और राज्यों, दोनों के लिए ‘‘खर्च की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार” का भी जिक्र गया है, जो एक टिकाऊ पुनरुद्धार के लिए सकारात्मक है। पत्र में कहा गया कि केंद्र के प्रत्यक्ष कर संग्रह में पहली छमाही के दौरान 83.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस दौरान आयकर और कॉरपोरेट कर में क्रमशः 64.7 प्रतिशत और 105.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

    इसमें कहा गया कि पूंजीगत व्यय पर जोर देने से खर्च की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो मध्यावधि में वृद्धि समर्थक राजकोषीय मजबूती के लिए एक आवश्यक शर्त है।