मुंबई : फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (Film Heritage Foundation) ने शनिवार (Saturday) को घोषणा (Announced) की कि उसने भारतीय सिनेमा (Indian Cinema) की सबसे महत्वपूर्ण कलाकृतियों में से एक बेल एंड हॉवेल कॉन्टैक्ट प्रिंटिंग मशीन को बरामद कर लिया है, जिसका इस्तेमाल देश की पहली बोलती फिल्म ‘आलम आरा’ के प्रिंट बनाने के लिए किया गया था। मुंबई स्थित फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है जो भारत की फिल्म विरासत के संरक्षण, बहाली और संग्रह की दिशा में अपने प्रयासों के लिए जाना जाता है।
इसके प्रमुख फिल्म निर्माता और पुरालेखपाल शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर हैं। शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने ट्विटर पर एक पोस्ट में खुलासा किया कि बेल एंड हॉवेल कॉन्टैक्ट प्रिंटिंग मशीन एक साड़ी की दुकान से बरामद की गई, जहां यह कई वर्षों से बेकार पड़ी थी। उन्होंने कहा, ‘आखिरकार हमें मिल गई… पहली बोलती फिल्म ‘आलम आरा’ 1931 की एकमात्र जीवित कलाकृति… सालों से एक साड़ी की दुकान में पड़ी हुई थी…
Finally we got it…the only surviving artefact of the very first sound film “Alam Ara”1931…lying in a saree shop for years..this Bell & Howell contact printing machine from which the prints of Alam Ara were made …nothing survives of the film except this. @FHF_Official pic.twitter.com/UN08c8Hbjq
— Shivendra Singh Dungarpur (@shividungarpur) May 7, 2022
यह बेल एंड हॉवेल कॉन्टैक्ट प्रिंटिंग मशीन है, जिसमें ‘आलम आरा’ के प्रिंट तैयार किये गए थे… इसके अलावा फिल्म का कुछ भी नहीं बचा है।’ (एजेंसी)