औरंगाबाद : मानसून (Monsoon) का आगमन जल्द होने के आसार है। इस बार बेहतर बारिश (Rain) होने की संभावनाएं जताई जा रही है। ऐसे में महानगरपालिका प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय (Municipal Administrator Astik Kumar Pandey) ने नालों (Drains) की सफाई का काम अप्रैल महीने में ही करने का नियोजन (Planning) किया था। उसमें वे कामयाब भी हुए है। बीते करीब तीन सप्ताह में शहर के 80 प्रतिशत नालों की सफाई पूरी हो चुकी है। बचे हुए नालों की सफाई का काम 31 मई तक पूरा करने के आदेश महानगरपालिका प्रशासक पांडेय ने दिए है।
महानगरपालिका कमिश्नर पांडेय ने शुक्रवार शाम शहर के नालों सफाई के काम का जायजा औरंगाबाद स्मार्ट सिटी कार्यालय में लिया। इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त बीबी नेमाने, शहर अभियंता सखाराम पानझडे, उपायुक्त सोमनाथ जाधव, उपायुक्त अपर्णा थेटे, उपायुक्त नंदा गायकवाड, कार्यकारी अभियंता बीडी फड, यांत्रिकी विभाग के उपअभियंता देविदास पंडित, उद्यान अधीक्षक विजय पाटिल सहित वार्ड इंजीनियर उपस्थित थे। प्रशासक पांडेय ने पानी जमा होने के स्थान पर पानी बहने की व्यवस्था करने के आदेश दिए। कहीं भी बारिश का पानी आधा घंटे से ज्यादा न रुके, इस पर विशेष लक्ष्य केन्द्रीत करने पर जोर दिया। नालों से निकाला हुआ कीचड़ खाम नदी के बाजू में एक स्थान पर डाले। कचरा नाले के किनारे जमा ना करें। कचरा उठाने के लिए गाडियों के कितने फेरियां हुई, इसकी जांच होने की जानकारी पांडेय ने बैठक में दी। बड़े नालों की सफाई का दौरा कर जायजा लिया जाएगा। जून महीने के प्रथम सप्ताह में फिर एक बार नालों की सफाई का जायजा लिया जाएगा। उद्यान अधीक्षक विजय पाटिल ने बताया कि उनके विभाग की ओर से नालों पर 14 स्थानों पर जालियां बैठायी गयी है। 30 नालों पर जल्द ही जालियां बिठाने का काम पूरा किया जाएगा।
औरंगाबाद में है 115 किलोमीटर के नाले
नाले सफाई का काम डेढ़ महीने पूर्व मार्च में शुरु किया गया था। शहर में 115 किलोमीटर अंतर के नाले है। इन नालों का 80 प्रतिशत का काम पूरा हो चुका है। इस वर्ष भी ठेकेदारों को नालों की सफाई का काम न देते हुए महानगरपालिका की यंत्रणा का इस्तेमाल कर नालों की सफाई जारी है। बीते करीब डेढ़ महीने में 90 किलोमीटर तक के नालों की सफाई पूरी कर ली गई है। महानगरपालिका द्वारा नालों की सफाई करने से लाखों रुपए की बचत होने का दावा प्रशासन की ओर से किया गया है।
जून महीने में होगी कमल तालाब की सफाई
बारिश शुरु होने के बाद महानगरपालिका की यंत्रणा इस्तेमाल कर कमल तालाब की सफाई, चौडीकरण और गहरीकरण का काम किया जाएगा। उसके लिए इकोसत्व संस्था महानगरपालिका को मदद करेंगी। यह जानकारी महानगरपालिका प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने दी। तालाब की सीमा निश्चित कर नालों में छोड़े जानेवाले ड्रैनेज का पानी बंद करने की सूचना भी प्रशासक पांडेय ने महानगरपालिका अधिकारियों को दी।