R. P. Kunwar

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    मालेगांव: देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी के तहत मालेगांव (Malegaon) के सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार आर. पी. कुंवर (Retired Naib Tehsildar R. P. Kunwar) ने 100वें कुपोषित बालक को गोद लेकर आजादी का अमृत महोत्सव अलग अंदाज में मनाया। कुंवर के इस कार्य की सभी ओर प्रशंसा की जा रही है। नायब तहसीलदार पद से सेवानिवृत्त होने के बाद कुंवर ने खुद को सामाजिक कार्यों (Social Work) में समर्पित कर दिया। वहीं कुंवर अब तक सरकार से किसानों की कई समस्याओं का समाधान करा चुके हैं।

    कुंवर ने कुपोषित और बेसहारा बच्चों को गोद लेने की पहल शुरू की। 2016 में इन्होंने नंदुरबार जिले के आकर्णी धड़गांव से पहले कुपोषित बच्चे को गोद लिया था। कुंवर ने पिछले दिनों एक और कुपोषित बच्चे को गोद लिया। इस तरह अब तक उनके द्वारा गोद लिए बच्चों की संख्या 100 हो गई है। ऐसा कर उन्होंने समाज के सामने एक मिसाल कायम किया है। 

    पूरा जीवन गरीब बच्चों के जीवन स्तर को सुधारने में लगाऊंगा

    कुंवर ने कहा कि वे अपनी पत्नी, बच्चों और बहू के समर्थन के कारण ही बच्चों को गोद ले पाए। 2020 में कोरोना की पहली लहर में कुंवर कोरोना से संक्रमित हो गए थे, लेकिन ठीक हो गए। उनका कहना है कि मैं मौत के मुंह में इसलिए नहीं गया, क्योंकि मैंने जनसेवा की थी। उन्होंने कहा कि मैं अब पूरा जीवन शोषित-कुपोषित तथा गरीब बच्चों के जीवन स्तर को सुधारने में लगाऊंगा।  

    बच्चों की एक वर्ष की पढ़ाई का खर्च मुहैया कराया

    कुंवर परिवार ने गोद लिए बच्चों की एक वर्ष की पढ़ाई का खर्च और पूरा किराना सामान मुहैया कराया है। उनकी यह पहल लिम्का बुक ऑफ द वर्ल्ड के साथ-साथ गिनीज बुक में भी दर्ज होने की संभावना है। इस अवसर पर समूह विकास अधिकारी जीतेंद्र देवरे, एकीकृत परियोजना अधिकारी एस. अहिराव, उप डाक अधीक्षक संदीप पाटिल, पूर्व सरपंच दुर्गादास नंदाले, भागचंद तेजा, बलिराम अहिरे, जे. के. रॉय, के. आर. मोरे, जे. एस. देसाई, ओ. पी. सावंत आदि मौजूद थे।