चांदूर बाजार. कोरोना लॉकडाउन के चलते लागू मार्च माह के अंत से ही सलून बंद है. अनलॉक में अन्य व्यवसाय को ढील दी गई है. 90 प्रतिशत बाजार खुल चुका हैं, लेकिन सलून को राहत नहीं दी गई है. आर्थिक सहायता के लिए भी सरकार से मदद की गुहार लगाई गई, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ, जिससे महाराष्ट्र नाभिक महामंडल द्वारा 18 जून को जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है.
शहर में 70 सलून
चांदूर बाजार शहर में लगभग 60 से 70 सलून हैं. विगत 3 माह से व्यवसाय बंद होने से दूकानों का किराया तक देना मुश्किल हो गया है. सलून संचालक आर्थिक संकट से जूझ रहे है तथा उनके परिवार पर भुखमरी की नौबत आन पड़ी है.
सरकार सकारात्मक नहीं
सरकार द्वारा सकारात्मक निर्णय नहीं लिए जाने से 18 जून को सलून व्यावसायिकों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय नाभिक महासंघ, महाराष्ट्र नाभिक महामंडल समेत सलून व ब्यूटी पार्लर व्यवसाय से संबंधित सभी संगठनाओं के पदाधिकारी राज्यव्यापी जल भरो आंदोलन में बहुसंख्या में उपस्थित रहेंगे. – संजय लोणारकर, तहसील अध्यक्ष, महाराष्ट्र नाभिक महामंडल