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    दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) ने गौतम अडानी की कंपनियों में भारी निवेश किया है। अडानी (Gautam Adani) की पांच कंपनियों में एलआईसी की 9 फीसदी हिस्सेदारी है। अब अडानी ग्रुप को हुए भारी नुकसान के वजह से एलआईसी का भी काफी नुकसान हुआ है। अमेरिकी इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) की एक रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को हिला कर रख दिया है। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। समूह ने शेयरों में फेरबदल किया और ऑडिट में कथित अनियमितताएं कीं।

    एलआईसी कंपनी की हिस्सेदारी 4.23 फीसदी

    बेशक इस रिपोर्ट ने अदानी ग्रुप (Adani Group) की चिंता बढ़ा दी है। अडानी समूह ने रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों से इनकार किया है और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की है। अडानी समूह पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों के कारण दो दिनों में कंपनी का बाजार मूल्य 4,08,122 या 50 अरब डॉलर से कम गिर गया है। एक फाइलिंग के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprizes Ltd) ने 20,406 करोड़ रुपये (2.5 बिलियन डॉलर) के नए एफपीओ (FPO) जारी किए हैं। एलआईसी (LIC) इसमें निवेशक के तौर पर करीब 302 करोड़ रुपये (3.7 करोड़ डॉलर) का निवेश कर रही है। इस निवेश के बाद एलआईसी कंपनी की हिस्सेदारी 4.23 फीसदी हो जाएगी। इस रिपोर्ट के धमाके के बाद अदानी ग्रुप को तगड़ा झटका लगा है। अदानी ग्रुप की खबर ने शुक्रवार को शेयर बाजार में धमाल मचा दिया।

    उतार-चढ़ाव में भी एलआईसी ने भारी मुनाफा कमाया 

    अडानी की दहशत ने बाजार को दहला दिया। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदानी समूह की घुड़दौड़ को इतिहास का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट घोटाला (corporate Scam) करार दिया है। अदाणी ग्रुप के एफपीओ में करीब 33 कंपनीओ ने निवेश किया है। इसमें एलआईसी शामिल है। एलआईसी का निवेश अन्य निवेशकों से कम है। जबकि एलआईसी के पास करीब 43 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है।  एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एलआईसी हमेशा अलग तरह से सोचती है। बाजार के उतार-चढ़ाव में भी एलआईसी ने भारी मुनाफा कमाया है। एलआईसी लंबी अवधि के निवेश पर नजर रखती है। एलआईसी के देश भर में 250 मिलियन से अधिक पॉलिसीधारक हैं। एलआईसी देश का सबसे बड़ा वित्तीय संस्थान है, जिसकी संपत्ति देश में म्यूचुअल फंड उद्योग के बराबर है। अब इस निवेश की चर्चा बाजार में छिड़ गई है।