LIC Ipo

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    मुंबई : भारत सरकार ने देश की सबसे बड़ी और सर्वाधिक लाभप्रद जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का महा सार्वजनिक निर्गम यानी मेगा आईपीओ (IPO) लाने की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। सरकार ने एलआईसी में अपनी 10% इक्विटी हिस्सेदारी बेचकर करीब 90 हजार करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है। इस तरह यह भारतीय पूंजी बाजार (Indian Capital Market) में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। उम्मीद की जा रही है कि यह नव वर्ष की शुरूआत में यानी जनवरी के अंतिम सप्ताह में या फरवरी 2022 में आएगा। 

    एलआईसी के आईपीओ को लेकर देश-विदेश के निवेशकों (Investors) में बड़ी उत्सुकता है और इसका बेसब्री से इंतजार भी है क्योंकि यह कई मायनों में सबसे अलग होगा। एलआईसी भारत की सबसे बड़ी लाभप्रद बीमा कंपनी होने के साथ विश्व की अग्रणी बीमा कंपनी भी है। जीवन बीमा उद्योग (Life Insurance Industry) में 65 साल से लगातार मार्केट लीडर एलआईसी देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में भी सबसे ज्यादा योगदान देती आई है। साथ ही यह भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक भी है। 34.4 ट्रिलियन रुपए के बीमा कोष, 36.8 लाख ट्रिलियन रुपए के निवेश तथा 38 ट्रिलियन रुपए से अधिक के प्रबंधन कोष के साथ एलआईसी एक विशालकाय कंपनी बन चुकी है। वर्तमान अध्यक्ष एम. आर. कुमार के नेतृत्व में एलआईसी अपनी विकास गति बढ़ाते हुए और अधिक मजबूत, प्रतिस्पर्धी, टेक्नोसेवी एवं पेशेवर बन रही है।

    तीसरी सबसे मूल्यवान कंपनी

    विश्लेषकों का अनुमान है कि एलआईसी जब शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होगी तो इसका बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैप (Market Capitalization) 11 ट्रिलियन रुपए (150 बिलियन डॉलर) के आस-पास हो सकता है, जो देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और शीर्ष आईटी कंपनी टीसीएस (TCS) के बाद सर्वाधिक होगा। रिलायंस का मार्केट कैप वर्तमान में 16.60 ट्रिलियन रुपए (221 बिलियन डॉलर) और टीसीएस का 13.50 ट्रिलियन रुपए (180 बिलियन डॉलर) है। इस तरह एलआईसी देश की तीसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बनेगी तथा सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में शामिल की जाएगी।  

    आकर्षक मूल्य पर आएगा निर्गम!

    छोटे-बड़े सभी निवेशक एलआईसी के शेयर खरीदने के लिए तत्पर हैं और हर निवेशक अपने पोर्टफोलियो में इसका शेयर रखना चाहेगा क्योंकि एक तो एलआईसी देश की तीसरी सबसे मूल्यवान कंपनी होगी। दूसरे, इसका आईपीओ उचित मूल्य पर आएगा। यह सभी जानते हैं कि भारत सरकार अपनी सभी कंपनियों के आईपीओ उचित मूल्य पर या आकर्षक मूल्य पर लाती है। जिसके कारण निवेशकों को फायदे की पूरी गुंजाइश रहती है। निजी कंपनियों के प्रमोटरों की तरह लुभावना प्रचार कर अत्याधिक महंगे मूल्य यानी मनमाने दाम पर नहीं लाती है। जिनमें निवेशकों को नुकसान की आशंका ज्यादा रहती है। यह निजी कंपनियों के मेगा आईपीओ में सभी देख चुके हैं। 14 साल पहले आए 11,500 करोड़ रुपए के रिलायंस पावर आईपीओ (Reliance Power IPO) में तो निवेशकों की लगभग पूरी पूंजी डूब चुकी है। और अब 18,300 करोड़ रुपए के सबसे बड़े आईपीओ पेटीएम (Paytm) का शेयर भी करीब 25% नुकसान में है। इनके विपरीत एलआईसी के आईपीओ में निवेशकों को लिस्टिंग के समय फायदे (Profit) के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएट (Wealth Creation) होने की पूरी संभावना रहेगी। यही कारण है कि हर निवेशक एलआईसी के आईपीओ की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है। माना जा रहा है कि आईपीओ 400 से 600 रुपए मूल्य पर आ सकता है।       

    कड़ी प्रतिस्पर्धा से निपटने में सफल LIC

    वर्ष 1956 में 5 करोड़ रुपए की शुरुआती पूंजी से शुरू हुई एलआईसी के पास आज 34.36 लाख करोड़ रुपए (34.36 ट्रिलियन रुपए) के लाइफ फंड सहित 38.04 लाख करोड़ रुपए (38.04 ट्रिलियन रुपए) से अधिक का परिसंपत्ति आधार यानी प्रबंधन कोष (AUM) हो चुका है। देश में दो दशक पूर्व जब बीमा उद्योग को निजी कंपनियों के लिए खोला गया था तो यह आशंका ‍व्यक्त की गयी थी कि निजी कंपनियों की कड़ी प्रतिस्पर्धा के सामने एलआईसी का टिकना मुश्किल हो जाएगा, लेकिन सभी आशंकाओं को झुठलाते हुए एलईआईसी दिनों-दिन और मजबूत होती गई और 24 निजी कंपनियों की कड़ी प्रतिस्पर्धा का आसानी से सामना करते हुए हुए एलआईसी आज भी सबसे भरोसेमंद बीमा कंपनी बनी हुई है। साथ ही सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी अर्थात प्रथम प्रीमियम आय में 66.18% और पॉलिसियों की संख्या में 74.58% हिस्सेदारी के साथ नंबर वन है। एलआईसी केवल भारत में ही नहीं बल्कि 14 देशों में अपना विस्तार कर चुकी है। ‘ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस 100’ की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी का विश्व का तीसरा सबसे मजबूत और 10वां सबसे मूल्यवान ब्रांड है। आज एलआईसी में व्यक्तिगत व्यवसाय के तहत विक्रय के लिए 32 बीमा योजनाओं का एक गुलदस्ता उपलब्ध है, जिनसे समाज के विभिनन वर्गों की आवश्यकता पूर्ण होती है। एलआईसी ग्राहकों को उनकी बदलती जरूरतों और बदलते समय के अनुसार सर्वोत्तम उत्पाद प्रदान कर रही है।

    हालांकि अभी सरकार ने आईपीओ की साइज तय नहीं की है, लेकिन आरंभिक अनुमानों के आधार पर यह 1 लाख करोड़ रुपए की साइज के साथ निश्चित ही भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। और यह इंडियन प्राइमरी मार्केट (Indian Primary Market) में एक नया इतिहास बनाएगा। साथ ही यह बाजार को नई दिशा प्रदान कर गेमचेंजर बनेगा। क्योंकि जब 1 लाख करोड़ रुपए की रिकार्ड रकम जुटानी है तो करोड़ों नए निवेशक बाजार में आएंगे। एलआईसी के पास 13.53 लाख एजेंटों का विशाल नेटवर्क है और 25 करोड़ से अधिक ग्राहक है। इनमें से बड़ी संख्या में निवेशक डीमैट अकाउंट (Demat Accounts) खुलवा रहे हैं। ये करोड़ों नए निवेशक बाजार में आएंगे तो शेयर बाजार को और मजबूती मिलेगी। वैसे सरकार का फोकस रिटेल इन्वेस्टर (Retail Investors) पर हमेशा रहता है, लेकिन हमारा सरकार से अनुरोध है कि एलआईसी के पॉलिसीधारकों (Policyholders) के साथ रिटेल इन्वेस्टर को भी आईपीओ मूल्य में विशेष छूट प्रदान की जाए। जिससे देश के रिटेल निवेशकों का एलआईसी के आईपीओ के प्रति उत्साह और बढ़ेगा।

    -सिद्धार्थ खेमका, रिटेल रिसर्च हैड, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल

    एलआईसी देश की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली बीमा कंपनी होने के साथ सरकार को 2500 करोड़ रुपए से अधिक का लाभांश (Dividend) प्रदान करती है। जब यह लिस्ट होगी तो निश्चित ही देश की टॉप 5 ब्ल्यूचिप कंपनियों (Blue Chip Companies) में इसकी गिनती होगी। इसे सेंसेक्स और निफ्टी में भी शामिल किया जाएगा। यह स्टॉक मार्केट में पहली कंपनी होगी, जिसका लिस्टिंग के समय ही मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक होगा। हमारा मानना है कि देश के इंश्योरेंस सेक्टर में एलआईसी आगे भी मार्केट लीडर और मोस्ट प्रॉफिटेबल कंपनी बनी रहेगी। इसलिए हर निवेशक को इसके आईपीओ में निवेश करना चाहिए और पोर्टफोलियो में इसे हमेशा रखना भी चाहिए। सरकार ने आईपीओ की तैयारी तेज कर दी है। इसका आईपीओ मार्च के पहले आ जाने की उम्मीद है। हर निवेशक को अभी से इसके लिए फंड आवंटित करने पर विचार करना चाहिए।

    -अशोक होलानी, निदेशक, होलानी कंसल्टेंट्स प्रा. लिमिटेड