मजबूत हो रहे हैं सरकारी बैंक, घटता NPA और बढ़ता मुनाफा

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    मुंबई: पिछले 5 वर्षों से डूबत कर्ज यानी बढ़ते एनपीए (NPA) के संकट से जूझ रहे सरकारी बैंक (PSU Banks) अब इस संकट से लगभग उबर चुके हैं और फिर से ग्रोथ ट्रैक (Growth Track) पर आ गए हैं। इस संकट से उबरने का सबसे बड़ा कारण अर्थव्यवस्था (Economy) में तेजी आने के साथ मोदी सरकार द्वारा लाया गया कड़ा आईबीसी (IBC) कानून है। जिसके कारण बैंकों के डूबत कर्ज संबंधी विवादों के समाधान की प्रक्रिया में तेजी आई और एनपीए में तब्दील हुए बड़े कर्जों की रिकवरी संभव हुई। 

    अब तिमाही दर तिमाही सभी बैंकों का प्रदर्शन तेजी से सुधर रहा है। रिकवरी बढ़ने और एनपीए घटने के साथ मुनाफा (Profit) बढ़ रहा है और बैंकों की वित्तीय स्थिति मजबूत हो रही है। 5 साल बाद वित्त वर्ष 2020-21 में फिर लाभ में आने के बाद चालू वित्त वर्ष में सभी पीएसयू बैंकों का मुनाफा तेजी से बढ़ रहा है।

    7 वर्षों के सबसे बेहतर स्तर पर ‘एनपीए’

    केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के मुताबिक, पीएसयू बैंकों ने 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही के दौरान ही उतना मुनाफा कमा लिया है, जितना पिछले पूरे वर्ष में हुआ था। सभी बैंकों का सम्मिलित ‘एनपीए’ भी 30 सितंबर 2021 को 2.9% पर आ गया है, जो विगत 7 वर्षों का सबसे बेहतर स्तर है। जबकि एक साल पहले ‘एनपीए’ 6।8% पर था। बकाया ऋणों की रिकवरी (Loan Recovery) के साथ मुनाफा बढ़ने से बैंकों का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) भी बढ़कर 14.5% पर हो गया है, जो 31 मार्च 2021 को 11.7% पर था। ये सभी पॉजिटिव फैक्टर हैं। केंद्र सरकार को अब नई पूंजी डालने की जरूरत नहीं रह गयी है। बैंक खुद पूंजी जुटाने में सक्षम हो रहे हैं। साथ ही टेक्नोलॉजी पर फोकस करते हुए सभी सरकारी बैंक आधुनिक बैंक बन रहे हैं। वित्तीय स्थिति मजबूत होने और ग्रोथ बढ़ने से सरकारी बैंकों पर देश-विदेश के निवेशकों का भरोसा बढ़ने लगा है। निवेशक फिर से बैंक शेयरों के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इसका एक बड़ी वजह यह भी है कि अधिकांश पीएसयू बैंकों के शेयर अपनी बुक वैल्यू (Book Value) से भी लगभग आधे दाम पर यानी आकर्षक वैल्यूएशन (Valuation) पर उपलब्ध हैं। इनके विपरीत बड़े प्राइवेट बैंकों (Private Banks) के शेयर बुक वैल्यू के 3 से 5 गुना महंगे वैल्यू पर पहुंच गए हैं। साथ ही आगामी वर्षों में सरकारी बैंक और मजबूत बनकर उभरने के आसार हैं।

    शेयरों में तेजी का रूख, 10% से 40% तक रिटर्न

    ‘enavabharat’ ने 27 सितंबर 2021 के अपने लेख ‘सरकारी बैंकों के आए अच्छे दिन’ में विभिन्न सरकारी बैंकों के शेयरों को निवेश की दृष्टि से उत्तम बताया था और उसके बाद से सरकारी बैंक शेयरों में अच्छी तेजी आई है। विगत डेढ़ महीनों के दौरान 11 सरकारी बैंकों में से 8 बैंकों के शेयरों में 19 नवंबर 2021 तक निवेशकों को 10% से 40% तक का अच्छा रिटर्न (Return) मिला है। इनमें 40% का सबसे अधिक रिटर्न केनरा बैंक (Canara Bank) और यूनियन बैंक (UBI) में प्राप्त हुआ है। बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और इंडियन बैंक (Indian Bank) में 26% तथा एसबीआई (SBI) में 14% की तेजी आई है। पीएनबी (PNB) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) में 10% की बढ़त आई है। हालांकि यूको बैंक (Uco bank), सेंट्रल बैंक (Cantral Bank) और पंजाब सिंध बैंक (PSB) के शेयर भाव लगभग स्थिर हैं क्योंकि ये तीनों बैंक अभी ज्यादा मजबूत स्थिति में नहीं आए हैं।      

    पीएसयू बैंकों के लौटे ‘अच्छे दिन’ : कृष्णा संघवी

    महिंद्रा मैनुलाइफ म्युचुअल फंड (Mahindra Manulife Mutual Fund) के मुख्य निवेश अधिकारी (इक्विटी) कृष्णा संघवी ने कहा कि नि:संदेह पीएसयू बैंक अब पहले से काफी अच्छी स्थिति में आ गए हैं। सभी पीएसयू बैंक एसेट क्वालिटी प्रॉब्लम यानी भारी एनपीए के संकट से बाहर आ गए हैं और बैंलेंस शीट (Balance Sheet) क्लीन हो गयी है। पिछले 5-7 वर्षों में तीन बड़े पॉजिटिव कारणों से सभी बैंकों की स्थिति मजबूत करने में मदद मिली है। एनपीए की समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने पहले इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) कानून लागू किया। फिर सरकार ने 20 छोटे-बड़े बैंकों की जगह 5-7 बड़े बैंक बनाने के लिए कमजोर छोटे बैंकों का बड़े बैंकों में मर्जर (Merger) किया। उसके बाद पोस्ट कोविड इकनॉमी में जो तेज रिकवरी आई, उससे कार्पोरेट इंडिया का मुनाफा बढ़ा और कंपनियां अपना बकाया लोन चुकाने में सक्षम हुई हैं। इस तरह सरकार के दोनों बड़े कदमों और अर्थव्यवस्था में तेजी आने से पीएसयू बैंकों के ‘अच्छे दिन’ लौट आए हैं। अब अगले 6 महीनों में अर्थव्यवस्था में क्रेडिट ग्रोथ बढ़ने की संभावना है क्योंकि अनेक उद्योगों की कंपनियां क्षमता विस्तार कर रही हैं। जिससे बैंकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ भी तेज होगी। हमने अपनी महिंद्रा मैनुलाइफ मल्टी कैप बढ़त योजना और फोकस्ड इक्विटी योजना के जरिए बैंकिंग सेक्टर में निवेश बढ़ाया हैं।

    SBI, BOB और केनरा बैंक सबसे अच्छे : हेमाली धामे

    कोटक सिक्युरिटीज (Kotak Securities) की एसोसिएट वीपी-रिसर्च हेमाली धामे ने कहा कि सरकार ने विगत वर्षों में जो कदम उठाए हैं, उनका पॉजिटिव इम्पैक्ट सभी पीएसयू बैंकों और पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री पर हो रहा है। पीएसयू बैंकों की बैलेंस शीट लगातार मजबूत हो रही है। अब इकनॉमी में कैपेक्स सायकल (Capex Cycle) जोर पकड़ने के संकेत दिख रहे हैं। इसका भी पीएसयू बैंकों को लाभ अधिक मिलेगा क्योंकि इनके पास लोन देने के लिए कैपिटल काफी है। हालांकि निजी बैंकों की कड़ी प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए पीएसयू बैंकों को टेक्नोलॉजी और रिटेल लोन पर और फोकस करने की जरूरत है। लोन रिकवरी बढ़ने से हमें आगे बैंकों की एसेट क्वालिटी और मजबूत होने की उम्मीद है। कोटक सिक्युरिटीज 5 पीएसयू बैंकों को ट्रैक करती है। जिनमें हमें एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक सबसे अच्छे लग रहे हैं। इनमें भी एसबीआई का प्रदर्शन बेहतरीन है। फिलहाल मार्केट करेक्शन मोड में है। इस गिरावट में निवेशकों के लिए इन पीएसयू बैंकों में निवेश करना आगे फायदेमंद होने के आसार हैं।