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    मुंबई: नागिन 3(Naagin 3) फेम स्टार पर्ल वी पुरी(Pearl V Puri) को मुंबई पुलिस ने नाबालिग से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया है। पर्ल को POCSO के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि ये एक पुराना केस है जिसमें एक नाबालिग लड़की ने एक्टर पर टीवी सीरियल में काम दिलाने के नाम पर शोषण का आरोप लगाया है। पर्ल वी पुरी को नाबालिग से रेप के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस खबर को सुनकर पूरा टीवी इंडस्ट्री शॉक्ड है। फिलहाल पर्ल वी पुरी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है। लेकिन अब  एक्टर को करीब 11 दिन तक जेल में रहने के बाद जमानत मिली है। 

    इस मामले में पुलिस कह रही थी कि पर्ल के खिलाफ कई सबूत मिले हैं। लेकिन अब फिर भी जब एक्टर को जमानत मिल गई है तो आसाराम बापू के भक्त इस बात पर खफा हो गए हैं. आसाराम के भक्तों का पर्ल की रिहाई पर गुस्सा फूटा है। आसाराम बापू के भक्त न्यायपालिका पर पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं। आसाराम भी एक लंबे समय से नाबालिक बच्ची के साथ रेप के आरोप में जेल हैं। ऐसे में उनके भक्तों का आरोप है जब पर्ल को बेल मिल सकती है तो आसाराम बापू को क्यों नहीं। जानिए कैसे आसाराम के भक्तों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा निकाला है। 

    एक यूजर ने लिखा है कि ‘संत श्री आशारामजी बापू को पोक्सो एक्ट के तहत 8 साल में एक बार भी जमानत नहीं मिली और अभिनेता पर्ल वी पुरी को महज 12 दिनों में जमानत दे दी गई, वाह रे न्यायपालिका।’ एक यूजर ने लिखा है कि ‘वाह.. ये रहा एक अभिनेता@pearlvpuri जमानत मिल जाती है, जहां भारत को संतों की भूमि कहा जाता है, उन्हें उसी पोक्सो अधिनियम के तहत जमानत नहीं मिलेगी, जहां संत श्री आशारामजी बापू भी दोषी नहीं पाए जाते हैं। भारत का न्याय न्यायालय सिर्फ पैसे के थैले से खरीदा जाता है। ऐसा शर्मसार कर देने वाला चेहरा।’

    यूजर ने लिखा है कि ‘हिंदू संत श्री आशारामजी बापू पर पॉक्सो के तहत मामला दर्ज, बेगुनाही के कई सबूतों के बावजूद उन्हें 8 साल में 1 दिन की भी जमानत नहीं मिली। जबकि अभिनेता पर्ल वी पुरी को पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था और 11 दिनों के भीतर जमानत मिल गई थी। ऐसा दोहरा मापदंड क्यों?’ वही एक अन्य यूजर ने लिखा ‘जब न्यायपालिका भी आंशिक निर्णय ले रही है तो लोग न्यायपालिका पर कैसे भरोसा कर सकते हैं। पॉक्सो एक्ट के तहत अगर न्यायपालिका और भी कई बंदियों को जमानत दे सकती है तो उन्हें इनोसेंट संत श्री आशारामजी बापू को जमानत देनी चाहिए।’ 

    आपको बता दें कि आसाराम को 2013 गिरफ्तार किया गया था. वह दो सितंबर 2013 से न्यायिक हिरासत में हैं। आसाराम पर सूरत में 2 बहनों से रेप का भी आरोप है। इसके साथ ही SC/ST एक्ट और POCSO एक्ट में केस दर्ज है।