पाणि कश्यप (Photo Credits: File Photo)
पाणि कश्यप (Photo Credits: File Photo)

फिल्म ‘प्यार है तो है’ से अपने फिल्म डेब्यू को तैयार हैं पाणि कश्यप...

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मुंबई: बॉलीवुड में जहां लगातार नेपोटिज्म और स्टारकिड्स को लॉन्च करने की खबरें सुनने को मिलती हैं वहीँ अपनी प्रतिभा के बल पर बाहरी कलाकार भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं। नई नवेली अदाकारा पाणि कश्यप एक ऐसी ही अभिनेत्री हैं जो जल्द आने वाली फिल्म ‘प्यार है तो है’ से सिल्वर स्क्रीन पर चमकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अपने करियर में उन्होंने थिएटर और कई ड्रामा शोज में काम किया है । शॉर्ट फिल्म द्वन्द में वह अपने अभिनय क्षमता का परिचय दे चुकी हैं। अब पाणि कश्यप करण हरिहरण के साथ फिल्म ‘प्यार है तो है’ के जरिये हिंदी सिनेमा में जबरदस्त एंट्री करने जा रही हैं।

पाणि कश्यप अपनी डेब्यू फिल्म लेकर बेहद उत्साहित हैं। उन्हें यह सिनेमा ऑडिशन के द्वारा मिला था और जब निर्माता निर्देशक ने उनसे कहा कि उन्हें उनकी निम्मो मिल गई तो वह खुशी से पागल हो गईं। वह कहती हैं ‘लव स्टोरीज मुझे हमेशा से पसन्द रही हैं और इसी शौक ने मुझे फिल्मों से कनेक्ट किया और यह अजीब इत्तेफाक है कि एक प्यारी सी लव स्टोरी ‘प्यार है तो है’ के द्वारा मेरे सफर की शुरुआत हो रही है। मैंने फिल्म में निम्मो के किरदार में ढलने के लिए काफी तैयारी की है।’

पाणि कश्यप ने अपना बचपन झारखंड के बोकारो में बिताया है और उनका संबंध उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिला से है। वर्षों पहले वह पिता व परिवार के साथ सूरत शहर चली आईं। इस शहर ने उन्हें बड़े ख्वाबों के लिए इंस्पायर किया। माधुरी दीक्षित, ऐश्वर्या राय और काजोल से प्रेरित पाणि कश्यप के लिए यह सितारे आइकन रहे लेकिन फ़िल्मों में अभिनय के लिए परिवार को तैयार करना शुरू में उनके लिए बहुत मुश्किल रहा। सबसे पहले पिता और फिर बड़े भाई को तैयार किया और फिर उनका समर्थन मिलता रहा। पाणि कश्यप को पहली बड़ी सफलता लोकप्रिय म्यूजिक डायरेक्टर विक्रम मोंट्रोस के पहले सिंगल सॉन्ग सजना से मिली जिसे यूट्यूब पर लाखों व्यूज मिले हैं।   

पाणि कश्यप अपने अभिनय से रंगमंच पर भी दर्शकों की तालियां बटोरती रही हैं। लोकप्रिय नाटक ‘आषाढ़ का एक दिन’ में उनके अभिनय को बहुत सराहा गया तो निर्देशक संजीव कुमार की शॉर्ट फिल्म द्वन्द में भी उनकी रूबी की भूमिका बहुत प्रभावशाली रही। द्वन्द की कहानी एक निम्न-मध्यम वर्गीय लड़की रूबी की बेमेल शादी और अपने सपने को पूरा करने के बीच की संवेदनशील कहानी है। इस शॉर्ट फिल्म द्वन्द को 80 लाख से भी अधिक व्यूज मिले हैं। श्रीतारा सिनेविजन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित फिल्म प्यार है तो है के निर्माता संजीव कुमार व रणधीर कुमार और निर्देशक प्रदीप आर.के. चौधरी हैं।