पानीपत :आशुतोष गोवारिकर की मेहनत रंग लाई, मराठों की संघर्ष गाथा को मिले है इतने स्टार

कलाकार : अर्जुन कपूर,कृति सैनन,संजय दत्त,मोहनीश बहल,पद्मिनी कोल्हापुरे,नवाब शाह,जीनत अमान,सुहासिनी मुले,अभिषेक निगम निर्देशक : आशुतोष गोवारिकर अवधि : 2 घंटा 10 मिनट रेटिंग : पांच(5) में से तीन(3)

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कलाकार : अर्जुन कपूर,कृति सैनन,संजय दत्त,मोहनीश बहल,पद्मिनी कोल्हापुरे,नवाब शाह,जीनत अमान,सुहासिनी मुले,अभिषेक निगम

निर्देशक : आशुतोष गोवारिकर

अवधि : 2 घंटा 10 मिनट

रेटिंग : पांच(5) में से तीन(3) स्टार

मुंबई, बॉलीवुड निर्देशक आशुतोष गोवारिकर हमेशा से हे इतिहास में दबी कहानियो को सबके सामने लाने की कोशिश करते है, उनकी ऐसी है एक कोशिश है फिल्म पानीपत। फिल्म ‘पानीपत’ एक ऐसी एतिहासिक कहानी पर बनाई है जिसमें रचनात्मक स्वतंत्रता के साथ पानीपत की तीसरी लड़ाई के बारे में बताया गया है। जो अफगानिस्तान के शासक अहमद शाह अब्दाली और मराठाओं के बीच लड़ी गई थी। जिसका नेतृत्व सदाशिवराव भाऊ ने किया था। आशुतोष ने फिल्म के छोटे से छोटे किरदारों पर काफी मेहनत की है जो कि फिल्म के शुरुआत से लेकर अंत तक साफ नजर आता है।

सदाशिव राव भाऊ (अर्जुन कपूर) अपने चचेरे भाई नाना साहब पेशवा (मोहनीश बहल) की सेना का जांबाज पेशवा है। सदाशिव युद्ध में विजयी होकर लौटता है और नाना साहब पेशवा के दरबार में उसका सम्मान किया जाता है। उदगीर के निजाम को हराने के बाद सदाशिव का दरबार में प्रभाव बढ़ जाता है। दूसरी तरफ राज वैद्य की बेटी पार्वती बाई (कृति सेनन) सदाशिव से प्रेम करने लगती है और जल्द ही उनकी शादी हो जाती है। दोनों की ही केमिस्ट्री काफी दिलचस्प दिखाई गई है।उसी दौरान दिल्ली की गद्दी को हथियाने के लिए नजीब उद्दौला (मंत्रा) अफगानिस्तान के बादशाह अहमद शाह अब्दाली (संजय दत्त) के साथ हाथ मिलाता है। ऐसे समय में दिल्ली की गद्दी और देश को बचाने के लिए मराठा सेना का नेतृत्व सदाशिव राव भाऊ को सौंपा जाता है। हालांकि, कई जगहों पर आपको फिल्म जरूरत से ज्यादा खींची गई भी दिखाई देगी। किरदारों के साथ फिल्म थोड़ी लंबी है लेकिन पहले पार्ट की तुलना में दूसरा पार्ट इस फिल्म का देखना काफी शानदार है। एक्टर्स अपने काम से सभी दर्शकों का दिल जीतते नजर आएंगे।

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बात करे कलाकार की तो, अर्जुन कपूर ने सदाशिव राव भाऊ की भूमिका के लिए काफी मेहनत की है। पार्वती बाई के रूप में कृति बेहद खूबसूरत लग रही है। संजय दत्त अपने रोल में खूंखार लग रहे है। सहयोगी कलाकारों में पद्मिनी कोल्हापुरे, मोहनीश बहल, सुहासिनी मुले, नवाब शाह, अभिषेक निगम आदि ने अपनी भूमिकाओं को सही ढंग से निभाया है। जीनत अमान को परदे पर ज्यादा मौका नहीं मिला है। फिल्म का म्यूजिक अजय अतुल ने दिया है और ये काफी बढ़िया है। इसके साथ-साथ फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी कमाल है।

अब आते है अन्य समीक्षकों की राय पर :

दैनिक जागरण के अनुसार, इस फिल्म में भारत के प्राचीन इतिहास को दिखाया गया है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें मनोरंजन के साथ-साथ आपको ऐसी कई घटनाएं देखने मिलेगी भारतीय इतिहास के पदों में छुप गई थी। जबरदस्त डायलॉग और और भरपूर एक्शन सीजन भी दिखाए गए है। इस फिल्म को दैनिक जागरण ने पांच में से साढ़े तीन स्टार दिए है ।

अमर उजाला के अनुसार, फिल्म पानीपत की कामयाबी इसके तकनीकी कौशल में है।इस फिल्म में अर्जुन कपूर ने बेहतरीन एक्टिंग की है। साथ ही संजय दत्त भी विलेन की भूमिका में अच्छे लग रह है। इस फिल्म में भारत के इतिहास देखने को मिलेगा। इस फिल्म का म्यूजिक लोगो को पसंद आ रहा है। इस फिल्म को अमर उजाला ने पांच में से चार स्टार दिए है ।

आजतक के मुताबिक, डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें किस लिए जाना जाता है। आशुतोष का भारत का इतिहास दिखाने का तरीका एकदम अलग है और उन्होंने इस बार भी बढ़िया काम किया है। फिल्म की कहानी से लेकर, एक्टर्स का काम, सिनेमेटोग्राफी, एक्शन और यहां तक की इमोशनल सीक्वेंसेस और रोमांस सबकुछ बढ़िया है। इस फिल्म को आजतक ने पांच में से साढ़े तीन स्टार दिए है ।