मुंबई : लोहड़ी (Lohri) का त्यौहार (Festival) सर्दी (Winter) से गर्मी (Summer) के मौसम में प्रवेश करने का संकेत देता है। &TV के कलाकार श्रेणु पारिख (Shrenu Parikh) (घर एक मंदिर- कृपा अग्रसेन महाराज की में गेंदा अग्रवाल), शिव्या पठानिया (Shivya Pathania) (बाल शिव की देवी पार्वती), सपना सिकरवार (Sapna Sikarwar) (हप्पू की उलटन पलटन की बिमलेश), तेज सप्रू (Tej Sapru) (प्रजापति दक्ष, बाल शिव), रोहिताश्व गौड़ (Rohitashva Gaur) (भाभी जी घर पर हैं के मनमोहन तिवारी) और पवन सिंह (Pawan Singh) (‘और भई क्या चल रहा है’ के जफर अली मिर्जा) ने बताया की यह त्यौहार क्यों खास है और इसे अलग-अलग जगहों पर कैसे सेलिब्रेट किया जाता है।
‘बाल शिव’ की देवी पार्वती, यानि शिव्या पठानिया ने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश में लोहड़ी का त्यौहार रबी की फसल की आखिरी बुआई के मौके पर बड़े उत्साह से मनाया जाता है। मुझे याद है, की मैं बचपन में अलाव के चारों ओर घूमकर बहुत खुश हो जाती थी और आज भी वैसा ही है। मेरा मानना है, की आग के चारों ओर घूमने से मेरे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आई है। मैं इस साल भी अपने जीवन में समृद्धि लाने के लिये बहुत उत्साहित हूं। मुझे भरोसा है की यह लोहड़ी हम सभी के लिये बहुत खुशहाल होने वाली है।’
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गाना गाकर अपने लीडर का सम्मान करते है
तेज सप्रू उर्फ बाल शिव के प्रजापति दक्ष ने बताया, ‘लोहड़ी भारत के अधिकांश हिस्सों में मनाया जाता है, लेकिन पंजाब में त्यौहार मनाना एक जीवन कालिक अनुभव होता है। सजे-धजे घर, बोनफायर (अलाव) के चारों ओर जमा होकर लोगों की दुआएं मांगना और सबसे अद्भुत मिठाईयां खाना पंजाब को लोहड़ी के दौरान सबसे खूबसूरत स्थान बनाता है। हालांकि, लोगों को यह बात पता नहीं है, की पंजाबी दुल्ला भट्टी की याद में भी यह त्यौहार मनाते हैं, जोकि क्षेत्र का स्थानीय हीरो है। जिसने गुलामी के लिए बेची जा रही युवा लड़कियों को बचाया था। लोग लोहड़ी के अवसर पर उनकी याद में डांस करके, गाना गाकर अपने लीडर का सम्मान करते है।
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इस त्यौहार को पूरे जोश के साथ मनाने से ना चुके
तो यदि आप लोहड़ी मनाने के लिए पंजाब में हैं, तो बहुत भाग्यशाली हैं, इस त्यौहार को पूरे जोश के साथ मनाने से ना चुके। ढोल की थाप पर भांगड़ा करें और गजक और तिल लड्डू जैसी सबसे स्वादिष्ट मिठाईयां खाने का आनंद उठाएं।’ ‘घर एक मंदिर- कृपा अग्रसेन महाराज’ से गेंदा अग्रवाल, यानि श्रेणु पारिख ने कहा, ‘यह त्यौहार उत्तर भारतीय राज्यों में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मुझे लोहड़ी मनाने का तरीका बहुत पसंद है और खासकर इस त्यौहार में पहने जाने वाले कपड़े मुझे सबसे ज्यादा आकर्षित करते है। महिलाएं कुर्ता और पैंट्स या आजकल शरारा पहनती है। सलवार या चूड़ीदार के अलावा कई लड़कियां कुर्ते को पैंट्स, शरारा या पलाजो के साथ पहनती हैं, जो कि ट्रेंडी होते है।
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इस त्यौहार के प्रति मैं हमेशा से आकर्षित रही हूं
उम्मीद है की, मुझे इस त्यौहार के लिये अपना सबसे बेहतरीन परांदा और सलवार कमीज पहनने के लिये शो में कोई खास ट्रैक मिलेगा। मैं सभी को लोहड़ी की शुभकामना देती हूं।’ ‘भाभी जी घर पर है’ के मनमोहन तिवारी, यानि रोहिताश्व गौड़ ने कहा, ‘लोहड़ी शब्द ‘तिलहोरी’ से आता है, मतलब तिल और रोहरी (गुड़) और यह दोनों चीजें मेरी फेवरेट है। ऐसा माना जाता है, की इन दोनों से शरीर की सफाई होती है और जीवन में नई ऊर्जा आती है। इसलिये मैं इनसे बनी ज्यादा से ज्यादा मिठाइयां खाने के लिये इस दिन का इंतजार करता हूं। और मैं इस साल भी यही इंतजार कर रहा हूं।’ ‘हप्पू की उलटन पलटन’ की बिमलेश, यानि सपना सिकरवार ने कहा, ‘मैं लोहड़ी की जीवंतता के कारण इस त्यौहार के प्रति मैं हमेशा से आकर्षित रही हूं। हालांकि, यह मेरे घर में नहीं मनाया जाता है लेकिन, मैं इसे पंजाब के दोस्तों के साथ मनाती हूं।
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खुश होकर लोहड़ी का त्यौहार मनाओ
उस रात को हम सारे दोस्त मेरी एक सहेली के घर इकट्ठे होते हैं, पंजाबी गानों पर डांस करते हैं और त्यौहार का सबसे बेहतरीन खाना खाते है। हर साल की तरह मैं इस जश्न को लेकर उत्साहित हूं और अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने के इंतजार में हूं।’ ‘और भाई क्या चल रहा है?’ के जफर अली मिर्जा, यानि पवन सिंह ने कहा, ‘मेरे परिवार में लोहड़ी का सेलीब्रेशन जबर्दस्त होता है। लेकिन, मैं हर साल इस त्यौहार का इंतजार स्वादिष्ट पकवान खाने के लिए करता हूं, जैसे सरसों दा साग, मक्के दी रोटी, पंजीरी, पिन्नी और मखाने दी खीर, जो मेरी मां बनाती है। यह लोहड़ी भी अलग नहीं होगी और मैं कहूंगा कि खाओ, खिलाओ और खुश होकर लोहड़ी का त्यौहार मनाओ।’