नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए विवादस्पद कृषि कानून के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) पार्टी आज एक बार फिर देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है। आज कांग्रेस की ओर से इसे किसान अधिकार दिवस मनाया जा रहा है, जिसके तहत सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक केंद्र सरकार के खिलाफ बगावती माहौल बनाया जा रहा है। आज दिल्ली में कांग्रेस राजभवन का घेराव कर रही है, यहां प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कर रहे हैं।
Delhi: Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra along with party workers head towards Raj Niwas, Civil Lines for gherao in protest against the three #farmlaws pic.twitter.com/0ch7v4Qkgg
— ANI (@ANI) January 15, 2021
उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कानूनों को सरकार को वापस लेना पड़ेगा और जब तक ये वापस नहीं लिए जाते, तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा सरकार कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ये कानून लाई है। ये कानून किसानों को खत्म करने के लिए हैं। सरकार किसानों की जमीन छीनने का प्रयास कर रही है।”
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी और कई अन्य नेता एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
इसके पहले आज दिल्ली में राजभवन को घेरने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम रवाना हुआ है। इधर पुलिस ने भी एहतियातन राजभवन से पहले बेरिकेड्स लगाए हैं, ताकि कांग्रेसियों को रोका जा सके।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जाना निंदनीय व शर्मनाक कृत्य है। आदित्यनाथ सरकार अगर सोचती है कि वो हिरासत में लेकर किसानों की आवाज का दमन कर लेगी तो ये उसकी गलत सोच है।
अन्नदाता की आवाज तानाशाह शासक कभी रोक नहीं पाये हैं।#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/FK42xwmLAp
— Congress (@INCIndia) January 15, 2021
गौरतलब है कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को लोगों का आह्वान किया कि वे किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) और पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के मुद्दों को लेकर पार्टी की ओर से आहूत विरोध प्रदर्शनों एवं ‘सत्याग्रह’ (Satyagrah) में शामिल हों।