असम: हिन्दुओं की शादी वाले एक विवादित बयान के बारे चर्चा में आये AIUDF अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जनसंख्या वृद्धि (Population Growth) पर विवादित बयान (Controversial Statements) देकर AIUDF यानी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ बदरुद्दीन अजमल घिरते नजर आ रहे हैं। फिलहाल उन्होंने अपने बयान को वापस लेने की बात कही है। और कहा है कि यदि मेरे कहे शब्द से किसी की भावना को ठेस पहुंचता है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं।
उन्होंने कहा कि अगर मेरे शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। मेरा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। मैं केवल इतना चाहता हूं कि सरकार अल्पसंख्यकों (Minorities) के साथ न्याय करे और उन्हें शिक्षा और रोजगार दे।
Assam | If my words hurt anyone's sentiments, I take back my words. I had no intention to hurt anyone's sentiments. I only want that the govt should do justice to minorities & give them education & employment: AIUDF President & MP Badruddin Ajmal, on his yesterday's statement https://t.co/OepSvZD32d pic.twitter.com/zLauIUgu1l
— ANI (@ANI) December 3, 2022
बता दें कि एक दिन पहले एआईयूडीएफ के अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि हिंदुओं को अपनी लड़कियों की शादी 18-20 साल में करने के मुस्लिम फॉर्मूले का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि हिंदू 40 साल से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती हैं। उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए। इसको लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता ने उन्हें घेर लिया और उनकी काफी किरकिरी होने लगी थी।