नई दिल्ली: आजकल मीडिया और पत्रकार (media and journalists) के नाम पर काफी अपराध हो रहा है। पत्रकारिता (journalism) के नाम पर देश के साथ भी गद्दारी की जाने लगी है। जी हां ऐसा एक मामला प्रकाश में आया है। एक पत्रकार के खिलाफ जासूसी (espionage) करने का आरोप लगा है। अधिकारियों ने कहा कि CBI ने रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) और सेना के बारे में कथित रूप से संवेदनशील जानकारी एकत्र करने और उसे विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ साझा करने के आरोप में एक स्वतंत्र पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सूत्रों ने कहा कि विवेक रघुवंशी को शासकीय गोपनीयता अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने आरोप लगाया कि रघुवंशी ने डीआरडीओ और सेना की परियोजनाओं का “संवेदनशील” और “ब्योरेवार” विवरण एकत्र किया और उन्हें विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ साझा किया।
उन्होंने कहा कि एजेंसी जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 12 स्थानों पर तलाशी ले रही है और उसने संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए हैं। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है। बता दें कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया पर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। मीडिया द्वारा कही गई बात अब लोग पूरे भरोसे से नहीं मानते। न ही पत्रकारों में भरोसा करते हैं। उसका यही कारण है कि पत्रकार पैसों के लिए कई अपराध करने लगे हैं। फ़िलहाल मीडिया में सभी गलत नहीं हैं। सभी पत्रकार गलत नहीं कर रहे हैं। अभी भी बहुत से पत्रकारों में सच्चाई है। (एजेंसी इनपुट के साथ)