Smriti Irani taunt on Rahul Gandhi, Amethi
केन्द्रीय मंत्री और अमेठी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार स्‍मृति ईरानी

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नवभारत ब्यूरो @

दिल्ली: ऐसे समय में जब उत्तर प्रदेश के नव—नियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने राहुल गांधी के फिर अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर बयान देकर राजनीतिक गहमागहमी तेज कर दी है. उस बीच यह संकेत मिल रहे हैं कि अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव हराने वाली भाजपा की फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भाजपा दिल्ली से चुनाव लड़ा सकती है. यह कहा जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ आर—पार की सियासी लड़ाई शुरू करने का निर्णय किया है. जिसके लिए वह दिल्ली में ऐसे चेहरे को सामने लाना चाहती है. जिसका अपना असर हो और जिसके नाम पर दिल्ली का समस्त संगठन सड़क पर उतरने के लिए भी तैयार हो. इस समय भाजपा के पास दिल्ली में चेहरे की कमी है. जिसे वह स्मृति ईरानी से पूरा करना चाहती है. यह भी संभव है कि स्मृति ईरानी को अमेठी के साथ ही दिल्ली से भी चुनाव लड़ाया जाए. 

सूत्रों के मुताबिक भाजपा को यह यकीन है कि इस बार राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनकी जगह प्रियंका गांधी के भी अमेठी से चुनाव लड़ने की संभावना को भाजपा बहुत क्षीण मान रही है. उसका मानना है कि ऐसी स्थिति में बहु—आयामी प्रतिभा की धनी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अमेठी में बनाए रखने की जगह उनकी ताकत का वृहद उपयोग किया जाए. उनको दिल्ली में भाजपा का चेहरा बनाया जाए. भाजपा के एक नेता ने कहा कि वह देश के हर घर में तुलसी बहू के रूप में पहचान बनाने वाली महिला रही हैं.

दिल्ली में भी उनके प्रशंसकों की बड़ी संख्या है. इसके अलावा वह हिंदी और अंग्रेजी के अलावा पंजाबी, बंगला और गुजराती भी बोलती हैं. दिल्ली में पंजाबी समाज का एक बड़ा वोट बैंक हैं. स्मृति ईरानी के मैदान में आने से दिल्ली में भाजपा को वह चेहरा मिल जाएगा. जिसकी तलाश वह मदन लान खुराना और साहिब सिंह वर्मा के बाद से कर रही है. वह दिल्ली की किस सीट से चुनाव लड़ेंगी. इस सवाल के जवाब में एक भाजपा नेता ने कहा कि यह पार्टी नेतृत्व को तय करना है कि वह उप्र से चुनाव लड़ेगी या उनको दिल्ली से लड़ाया जाए. यह भी संभव है कि उनको दोनों ही स्थान से चुनाव लड़ाया जाए. लेकिन यह फैसला भविष्य में होना है. ऐसे में इस पर वर्तमान समय में चर्चा करना  उचित नहीं है.

इधर, यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा ने दिल्ली में स्मृति ईरानी के अलावा जिस चेहरे को आम आदमी पार्टी के साथ सीधे लड़ाई में सक्षम माना है. उसमें दिल्ली से सांसद और भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता—गायक मनोज तिवारी भी शामिल हैं. उनको पूर्व में दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया था. उस समय पार्टी को इसका लाभ होता भी दिखा था. वह पूर्वोत्तर से आते हैं और भोजपुरी बोलते हैं. जिसकी वजह से पूर्वांचल के मतदाताओं के बीच वह काफी लोकप्रिय हैं. विधानसभा और निगम चुनाव के दौरान यह देखा गया कि उनकी लोकसभा सीट पर भाजपा को सबसे अधिक सफलता हासिल हुई. भाजपा के एक नेता ने कहा कि मनोज तिवारी का अपना आकर्षण है. लोग उनका और उनके भाषणों की प्रतीक्षा करते हैं. उनको अगर दिल्ली में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री चेहरा बनाया जाता है तो इसका बड़ा लाभ मिल सकता है.