नई दिल्ली/पटना. रामचरितमानस (Ramcharit Manas) पर नीतीश सरकार कि मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। दरअसल इस मामले पर विवाद बध्तरे देख, बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर अब राज्य के के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का कहना है कि उन्हें इस बाबत कुछ भी पता नहीं है। हालांकि उनका कहना है कि, इस पर वह शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह सेजवाब जरूर तलब करेंगे।
गौरतलब है कि, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करने के दौरान एक विवादित बयान में रामचरितमानस और मनुस्मृति को समाज को बांटने वाली किताब करार दिया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि, इस किताब से समाज में नफरत फैलती है।
#Ramcharitmanas” should be #burnt because it #spreads #hatred against #lower #castes–
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Illiterate, Mad rassa cheap @ProfShekharRJD (Whet r u doing then?) pic.twitter.com/VExQJwWTxH— YegyaSenl YuIiya (@Ayagya_YuIlya) January 11, 2023
अमेरिक ने जिस शख्स को ज्ञान का प्रतीक कहा,भीमराव अंबेडकर, उन्होंने मनुस्मृति क्यों जलाई?हम उस राम के भक्त हैं जो शबरी के झूठे बेर खाते हैं उसके नहीं जो शंबूक का वध करे…मेरी जीभ काटने पर फतवा दिया है,हमारे पुरखे जीभ कटवाते रहे हैं इसलिए हम बयान पर अडिग हैं:बिहार के शिक्षा मंत्री https://t.co/RVZpubYELc pic.twitter.com/UOfLtHVwof
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2023
इधर मामले पर अयोध्या के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री चंद्रशेख को भी पद को बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं उन्होंने कहा कि, शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को वो अब खुद 10 करोड़ रुपये का इनाम भी देंगे।वहीं मामले पर चंद्रशेखर सिंह ने बयान दिया है कि, “मेरी जीभ काटने पर फतवा दिया है। हमारे पुरखे सच्चाई को लेकर अपनी जीभ कटवाते रहे हैं इसलिए हम भी अपने बयान पर अडिग हैं।”