साढ़े चार लाख भारतीयों के क्रेडिट-डेबिट कार्ड खतरें में

नई दिल्ली. भारत के लाखों लोगों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड खतरें में है. लगभग साढ़े चार लाख क्रेडिट और डेबिट कार्ड का डाटा 'डार्क नेट' को (स्पाय वेबसइट) बेचा जा रहा है. यह खुलसा सिंगापूर के एक सायबर

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नई दिल्ली. भारत के लाखों लोगों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड खतरें में है. लगभग साढ़े चार लाख क्रेडिट और डेबिट कार्ड का डाटा ‘डार्क नेट’ को (स्पाय वेबसइट) बेचा जा रहा है. यह खुलसा सिंगापूर के एक सायबर सिक्युरिटी फर्म ग्रुप-आयबी ने किया है.

आयबीने चार लाख साठ हजार से अधिक क्रेडिट और डेबिट कार्ड के साथ एक डेटाबेस की जानकारी प्राप्त की है. यह जानकारी 5 फरवरी को डार्कवेब जोकर्स स्टेशन पर अपलोड की गई है. इसमें से 98 प्रतिशत से भी अधिक कार्ड भारत के नामांकित बैंकों के है. बेचीं गई जानकारी में कार्ड नंबर और सिव्हीव्ही कोड दिया गया है.

बतादें कि, यह भारतीय कार्डधारक के अपलोड रिकॉर्ड का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड हैं. कार्ड की जानकारी अपलोड करने का ममला पिछले वर्ष अक्टूबर में उजागर हुआ था. डार्कनेट पर बेचे गए डाटा की क़ीमत लगभग 4.2 मिलियन डॉलर यानि 30 करोड़ रूपये से भी अधिक है. हालांकि, इतनी महत्वपूर्ण जानकारी स्पाय वेबसाइट तक कैसे पहुंची इसका अभी तक पता नहीं चला.

ग्रुप आयबी ने कहा कि, उन्होंने डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जानकारी बिक्री के बारे में इंडियन इमर्जेन्सी रिस्पॉन्स टीम (CERT-IN) को बताया है. डार्क नेट ऐसी वेब साइट है, जिसपर नशीले पदार्थ और कई अवैध काम किये जाते है.