jawad

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    नयी दिल्ली. देश (India) में कोरोना (Corona) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते खतरे के बीच अब कई राज्यों पर चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा भी मंडरा रहा है। यह तूफान आगामी शनिवार सुबह ओडिशा के तटों से टकरा सकता है।  जी हाँ ताउते (Tauktae Cyclone) और यास (Yaas Cyclone) चक्रवाती तूफान के बाद अब एक और तूफान का खतरा भारत में मंडराने लगा है, जिसको ‘जवाद साइक्लोन’ (Cyclone Jawad) नाम मिला है। इतना ही नहीं जवाद को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने देश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। 

    यहाँ भारी बारिश की आशंका

    IMD के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व का ऊपर दबाव बीते 6 घंटों के दौरान 32 किमी/घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके उत्तर आंध्र प्रदेश से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की अपार संभावना है। यह तूफान आगामी 4 दिसंबर यानी शनिवार की सुबह, 80-90 किमी/घंटे की रफ्तार से दक्षिण ओडिशा के तटों से टकरा सकता है। इसे लेकर पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की भी आशंका है।

    अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदलेगा ये ‘दबाव’

    वहीं मौसम विभाग की मानें तो, यह बना दबाव (Depression) आगामी 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के बाद और भी तेज हो जाएगा और आगामी शनिवार सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट तक पहुंच जाएगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने संभावना जताई कि आगामी 3 दिसंबर को जवाद मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के रूप में विकसित हो जाएगी। वहीं अनुमान है कि चक्रवात जवाद की हवा की गति शनिवार को कुछ समय के लिए गंभीर चक्रवाती तूफान में भी तब्दील हो सकती है।

    इधर तटीय राज्यों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कुल 29 टीमों को अब ओडिशा में तैनात कर दिया है। ये टीमें अब विन्हिन्न तटीय राज्यों में नावों, पेड़ काटने वालों औजार, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं। इसके साथ ही 33 NDRF टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। वहीं कोस्ट गार्ड की कई टीमें भी तैनात हो चुकी हैं। फिलहाल गृह मंत्रालय 24 घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहा है और लगातार राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में भी है।