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नयी दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने 6,300 करोड़ रुपये से अधिक के कथित पोंजी या चिट फंड धोखाधड़ी मामले (Chit Fund Fraud Case) में दक्षिण भारत की एक कंपनी के तीन प्रवर्तकों को धनशोधन के आरोप में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने बुधवार को कहा कि इस मामले में विभिन्न राज्यों के लाखों निवेशकों को धोखा दिया गया।

गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्ति- अवा वेंकट राम राव, अवा वेंकट एस नारायण राव और अवा हेमा सुंदर वर प्रसाद हैं और तीनों एग्री गोल्ड ग्रुप के प्रवर्तक हैं।

ईडी ने कहा कि इन्हें धन शोधन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को मंगलवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया और हैदराबाद की एक विशेष अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।