नयी दिल्ली. महाराष्ट्र (Maharashtra) प्रदेश भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर के पास से विस्फोटकों (Explosive) से भरी कार मिलने के मामले में एनआईए (NIA) द्वारा गिरफ्तार किए गए सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे (Sachin Vaze) का समर्थन करने के लिए शिवसेना (Shiv Sena) की रविवार को आलोचना की। फडणवीस ने कहा कि यह उद्धव ठाकरे-नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार पर भी सवालिया निशान लगाता है, जो वाझे को बचा रही है। राष्ट्रीय अभिकरण एजेंसी (एनआईए) के एक प्रवक्ता ने बताया था कि केंद्रीय एजेंसी ने 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास कार्माइकल रोड पर विस्फोटकों से भरी कार को खड़ा करने में संलिप्तता के आरोप में शनिवार रात को वाझे को गिरफ्तार कर लिया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, “अगर पुलिस बल का कोई व्यक्ति इस तरीके से काम करता है, तो कानून व्यवस्था कैसे बनी रहेगी? राज्य सरकार द्वारा वाझे को आश्रय दिया गया। अब एनआईए के पास सबूत हैं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। यह सिर्फ शुरुआत है तथा जांच के आगे बढ़ने पर और सूचनाएं सामने आएंगी।”
फडणवीस ने कहा कि वाझे बंबई उच्च न्यायालय के एक आदेश की वजह से 2004 से निलंबित था। उन्होंने कहा, “लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री था और गृह विभाग मेरे पास था तो, शिवसेना के मेरे सहयोगी चाहते थे कि वाझे को बहाल किया जाए। मैंने महाधिवक्ता से सलाह ली, जिन्होंने कहा कि निलंबन खत्म करना उचित नहीं है। पिछले साल एमवाईए सरकार ने कोविड-19 के बीच पुलिस बल में अधिकारियों की कमी का हवाला देकर वाझे को बहाल कर दिया।”
फडणवीस ने कहा कि वाझे को अपराध खुफिया इकाई में तैनात किया गया था जो अपराध शाखा का संवेदनशील और अहम अंग है। इसकी अगुवाई करने वाले निरीक्षक स्तर के अधिकारी का तबादला कर वाझे को इसका जिम्मा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाझे सिर्फ सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) होने के बावजूद सीआईयू का हर मामला देख रहे थे, क्योंकि उन्हें यकीन था कि सत्तारूढ़ शिवसेना का उन्हें समर्थन मिला हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “अब उन पर एक घटना को अंजाम देने का आरोप है, जिसके वह जांच अधिकारी थे।” उन्होंने जांच में एनआईए के शामिल होने से महाराष्ट्र पुलिस का मनोबल कम करने के दावे को बकवास करार देते हुए पूछा कि वाझे जैसे कर्मियों की मौजूदगी से क्या पुलिस का मनोबल बढ़ रहा था? इस बीच प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वाझे ने राज्य की छवि को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।
उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक है कि कल तक राज्य के मुख्यमंत्री जिस पुलिस अधिकारी का बचाव कर रहे थे, उन्हें एनआईए ने आतंकवाद की साजिश के मामले में गिरफ्तार किया है। शिवसेना उस व्यक्ति का समर्थन कर रही है, जो उद्योगपतियों को नुकसान पहुंचाना चाहता है और शांति भंग करना चाहता है।”
पाटिल ने कहा कि लोग विस्फोटक से लदी गाड़ी और उसके मालिक मनसुख हिरन की मौत के सिलसिले में कई सवालों के जवाब जानना चाहते हैं। (एजेंसी)