नयी दिल्ली. महान क्रिकेटर अनिल कुंबले ने मंगलवार को कहा कि वह जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे देश के शीर्ष पहलवानों के खिलाफ हुई पुलिस की कार्रवाई से निराश हैं। जंतर मंतर पर दिल्ली पुलिस ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को जबरदस्ती बस में डाला जब रविवार को पहलवानों और उनके सामर्थकों ने सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की।
आंदोलनकारी पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जिन पर उन्होंने एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने संसद की नई इमारत के समीप उस दिन महिला महापंचायत का आह्वान किया जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था।
Veteran cricketer Anil Kumble extends support to protesting wrestlers, says, “Dismayed to hear about what transpired on the 28th of May with our wrestlers being manhandled. Anything can be resolved through proper dialogue. Hoping for a resolution at the earliest”…
— ANI (@ANI) May 30, 2023
लेग स्पिनर कुंबले को लगता है कि इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सकता था। टेस्ट क्रिकेट में चौथे सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले 52 वर्षीय कुंबले ने मंगलवार को कहा, ‘‘28 मई को हमारे पहलवानों के साथ जो हाथापाई हुई, उसे सुनकर काफी निराश हूं। हर चीज उचित बातचीत से सुलझायी जा सकती है। इस मुद्दे के जल्द हल निकलने की उम्मीद करता हूं।”
सोमवार को ओलंपिक चैम्पियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, भारत के सबसे सफल फुटबॉलर सुनील छेत्री और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी पहलवानों के खिलाफ कार्रवाई की आलोचना की थी। (एजेंसी)