Ratan Tata
Ratan Tata File Photo

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    नयी दिल्ली. आन यानी 28 दिसंबर, 2021 को  टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Tata Sons’ Chairman Emeritus Ratan Tata) अपना 84 वां जन्मदिन मन रहे हैं। पता हो कि  28 दिसंबर, 1937 में गुजरात के सूरत में जन्‍में रतन टाटा देश के सबसे सफल व्यवसायियों में से माने जाते हैं। लेकिन एक बात जो रतन टाटा को अन्य उद्योगपतियों से अलग और ऊपर करती है, वह है उनके जीवन के उच्‍च आदर्श। जी हाँ, वह आज भी व्यापार करते समय दया और सहानुभूति को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।

    विदित हो कि, रतन टाटा का जन्म 1937 को सूरत, गुजरात में हुआ था। उनके पिता का नाम नवल टाटा था। वहीं उनकी मां का नाम सौनी टाटा था। नवल टाटा, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते थे। रतन टाटा ने 25 साल की उम्र में 1962 में टाटा समूह के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। हालाँकि बाद में वे अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए हार्वर्ड बिजनेस स्कूल भी गए।वे कॉर्नेल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर के पूर्व छात्र भी रहे।

    साल 1962 में भारत लौटने से पहले उन्होंने कुछ समय के लिए लॉस एंजिलिस के जोन्स एंड एमन्स में काम किया था। उन्होंने 1975 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम भी पूरा किया था।  

    इसके बाद रतन टाटा वर्ष 1962 में टाटा समूह से जुड़े। कई कंपनियों में काम करने के बाद साल 1971 में उनको  नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी लिमिटेड का डायरेक्टर-इन-चार्ज नियुक्त किया गया था।  जे आर डी टाटा वर्ष 1991 में टाटा संस के चेयरमैन पद से सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद रतन टाटा को टाटा संस का पांचवां चेयरमैन भी बनाया गया। 

    इसके बाद तो जैसे उन्‍होंने अपनी मेहनत से टाटा समूह की छवि बदल कर रख दी और बुलंदियों पर पहुंचाया। एक के बाद एक सफलता हासिल करते हुए  रतन टाटा के नेतृत्व में कंपनी ने कई अन्य बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया।इसी क्रम में में टाटा टी ने Tetley, टाटा मोटर्स ने Jaguar Land Rover और टाटा स्टील ने Corus का भी अधिग्रहण कर लिया।  

    गौरतलब है कि रतन टाटा के कार्यकाल के दौरान ही साल 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को शेयर बाजारों में भी लिस्ट किया गया था। इसलो उन्होंने 2008 में दुनिया की सबसे सस्ती कार ‘नैनो’को डिजाइन और लांच किया था। रतन टाटा को उनके देश के प्रति प्रेम और अपने कार्यक्षेत्र में कर्मठता के चलते  सन 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।  

    इन सबके अलावा रतन टाटा एक शानदार और सफल निवेशक भी हैं। उन्होंने कई स्टार्टअप में अपनी पारखी नजरों के चलते बहुत शुरुआती चरण में निवेश किया और आज के समय में ये कंपनियां यूनिकॉर्न बन चुकी हैं । ख़बरों कि मानें तो रतन टाटा ने कैब एग्रीगेटर ओला, पेटीएम, कार देखो, क्योरफिट, स्नैपडील, आबरा, क्लिमासेल, फर्स्ट क्राई, अर्बन लैडर और लेंसकार्ट जैसी कई दिग्गज कंपनियों में शुरूआती दौर में ही निवेश किया था।