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Pic: Social/Media/ IBEF

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नई दिल्ली. वैसे तो हमारे देश में यात्रा के कई साधन मौजूद हैं। अब अगर इनमें कुछ प्रमुख साधनों की बात करें, तो इसमें सुचारू और चपल हवाई यात्रा का विकल्प भी आता है। यह आरामदायक तो है ही, साथ ही इससे लंबे सफ़र की दूरी कुछ ही घंटों में पूरी करा देता है।

इसी समय की बचत के लिए लोग हवाई यात्रा को आजकल तवज्जों देते हैं। अब जब बात हवाई यात्रा की हो तो इसमें हवाई अड्डों की बात भी लाजमी हैं। जो यात्रा शुरू करने से लेकर यात्रा खत्म होने तक बड़े भागीदार हैं।

जानकारी दें कि, भारत में कुल 170 के करीब एयरपोर्ट (Airport) हैं, जहां से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की उड़ानों का संचालन हो रहा है। आब हम आपको बताते हैं कि, भारत में कितने प्रकार के एयरपोर्ट हैं।

जानें कितने प्रकार के होते हैं एयरपोर्ट

हाल-फिलहाल भारत में 4 प्रकार के एयरपोर्ट हैं, जिसमें अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, घरेलू एयरपोर्ट, कस्टम एयरपोर्ट और डिफेंस एयरपोर्ट शामिल हैं।अब इन इन चारो एयरपोर्ट का अलग-अलग इस्तेमाल भी है। 

क्या है Domestic Airport

फिलहाल भारत में करीब 123 एयरपोर्ट घरेलू हैं। इन घरेलू एयरपोर्ट का इस्तेमाल अंतरराज्यीय उड़ानों के लिए ही किया जाता है।मतलब यदि किसी व्यक्ति को भारत के किसी एक राज्य  से दूसरे राज्य में जाना है, तो वह इन एयरपोर्ट की से आराम से जा सकता है। 

क्या है International Airport

वैसे तो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे घरेलू हवाई अड्डों की तुलना में बड़े होते हैं। वहीं इन एयरपोर्ट के माध्यम से देश से बाहर जाने के लिए उड़ानें शुरू होती हैं। वहीं, दूसरे देशों से आने वाले हवाई जहाज भी इन्हीं हवाई अड्डों पर उतरते हैं। वैसे इन एयरपोर्ट से माध्यम घरेलू उड़ानें भी भरी जा सकती हैं। वहीं, वर्तमान में भारत में करीब ऐसे 35 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। 

क्या हैं Custom Airport 

जी हां, दोस्तों भारत में सीमा शुल्क एयरपोर्ट भी हैं, जहां पर आम नागरिकों की संख्या बहुत कम रहती है। इन जगहों पर दूसरे देशों से आने वाले सामान की जांच करने के साथ उस पर शुल्क लागू किया जाता है।यहां तैनात कस्टम अधिकारी अवैध रूप से होने वाली तस्करी पर भी नजर रखते हैं। वर्तमान में ऐसे एयरपोर्ट की संख्या करीब 10 है।

जानें Defence Airport के बारें में 

जी हां, देश में भारत में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिहाज से डिफेंस एयरपोर्ट भी बने हुए हैं। यह हवाई अड्डे सेना या सेना की कोई एक विंग द्वारा संचालित किए जाते हैं। इन हवाई अड्डों का इस्तेमाल कमांड सेंटर और ट्रेनिंग ग्राउंड के हिसाब से भी होता है।