
नई दिल्ली/हैदाराबाद. तेलंगाना (Telangana) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां हैदाराबाद (Hyderabad) में फिर से बुर्का और हिजाब को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। दरअसल यहां की छात्राओं की शिकायत है कि, संतोष नगर स्थित एक महिला कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं को परीक्षा देते समय बुर्का या हिजाब पहनकर आने से साफ़ मना कर दिया गया। यहां की छात्राओं ने कहा कि दूसरे कॉलेज में बुर्का या हिजाब पहनकर परीक्षा देने की इजाजत है लेकिन उन्हें यहां ऐसा करने से रोका जा रहा है।
दरअसल हैदराबाद के संतोष नगर में केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में परीक्षा देने वाली छात्राओं का आरोप है कि, परीक्षा में बैठने से पहले उन्हें अपना बुर्का उतारने के लिए ”मजबूर” किया गया है।
#WATCH | Telangana | Girl students who appeared for examination at KV Ranga Reddy College in Santosh Nagar, Hyderabad allege that they were “forced” to take off their burqa before sitting for the exam. (16.06.2023) pic.twitter.com/JHzWP1agsR
— ANI (@ANI) June 17, 2023
गृह मंत्री अली ने दी औरतों को कपड़ों की समझाईश
वहीँ मामले पर तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने कहा कि, “कोई प्रधानाध्यापक या प्रधानाचार्य ऐसा कर रहे होंगे लेकिन हमारी नीति पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष है। लोग जो चाहें पहन सकते हैं लेकिन यदि आप यूरोपीय पोशाक पहनते हैं, तो यह सही नहीं होगा ।।। हमें अच्छे और सौम्य कपड़े पहनने चाहिए। ख़ास कर औरतें अगर कम कपड़े पहने तो दिक्कत होती है और जयादा कपडें पहनें तो लोगों को सुकून होता है।”
#WATCH | “Some Headmaster or Principal might be doing this but our policy is totally secular. People can wear whatever they want but if you wear European dress, it will not be correct…We should wear good clothes. Auratein khaas taur se, kam kapde pehn’ne se pareshaani hoti hai,… pic.twitter.com/iagCgWT1on
— ANI (@ANI) June 17, 2023
गौरतलब है कि, बीते 4 जून को तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में एक सभा को संबोधित कर रहे विधायक ने हिंदू महिलाओं से मुस्लिम महिलाओं से दोस्ती करने के खिलाफ आग्रह किया था।
वहीं बीते 2022 को हिजाब विवाद को लेकर तनाव के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को राज्य के सभी हाई स्कूल और कॉलेजों को तीन दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया था। दरअसल राज्य में कक्षाओं में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर पहुंचने के पक्ष एवं विपक्ष में प्रदर्शन तेज हो गया था और कुछ स्थानों पर इसने हिंसक रूप ले लिया था।