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     नई दिल्ली: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम (Indira Gandhi Indoor Stadium)  में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती (200th birth anniversary of Maharishi Dayanand Saraswati) के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने पूजा अर्चना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश को अब आधुनिकता लाने और अपनी विरासत को भी मजबूत करने का विश्वास है हमारी नीतियों, प्रयासों में कोई भेदभाव नहीं है; गरीबों, पिछड़ों, वंचितों की सेवा करना प्राथमिकता है। भारत पर्यावरण के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। गर्व की बात है जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। 

    पीएम मोदी ने कहा कि जब महर्षि दयानंद का जन्म हुआ था तब देश सदियों की गुलामी से कमजोर पड़ कर अपनी आभा, अपना तेज, अपना आत्मविश्वास सब कुछ खोता चला जा रहा था। प्रति क्षण हमारे संस्कार, आदर्श को चूर-चूर करने का प्रयास होता था। यह अवसर ऐतिहासिक है और भविष्य के इतिहास को निर्मित करने का है। यह पूरे विश्व के मानवता के भविष्य के लिए प्रेरणा का फल है। स्वामी दयानंद जी और उनका आदर्श था हम पूरे विश्व को श्रेष्ठ बनाए। 

    उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद जी का मानना था कि हमें ही विश्व को विकास की ओर ले जाना चाहिए। महर्षि दयानंद सरस्वती के दिखाए रास्ते से करोड़ों लोगों में उम्मीद जगी है। जब महर्षि दयानंद सरस्वती भारत की महिला सशक्तिकरण की आवाज बने और सामाजिक भेदभाव, छुआछूत और ऐसी कई विकृतियों के खिलाफ एक मजबूत अभियान चलाया। आज देश की बेटियां भी राफेल लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं। गरीबों और वंचितों का उत्थान सर्वोच्च प्राथमिकता बन गया है।