नई दिल्ली: जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने बुधवार को कहा कि समाज को यह सोचने की जरूरत है कि गंगा नदी की सफाई उसकी अपनी जिम्मेदारी है और इसे मात्र सरकार के काम के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
गंगा उत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी को स्वयं को पर्यावरण का संरक्षक समझना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर्यावरण के संरक्षक की भूमिका हमारी है। हमें इसे बेहतर बनाने और अगली पीढ़ी को सौंपने की जरूरत है और इसे और खराब नहीं करना है। समाज को यह सोचने की जरूरत है कि गंगा नदी की सफाई करना उसकी जिम्मेदारी है, न कि यह सिर्फ सरकार का काम है।”
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि गंगा की सफाई की दिशा में काफी काम करने की जरूरत है। रिजिजू ने कहा, ‘‘अगले तीन से चार वर्ष में मुझे विश्वास है कि स्वच्छ गंगा मिशन सफल होगा। एक भारतीय के रूप में मेरा मानना है कि गंगा का कायाकल्प और सफाई देश में सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।”
उन्होंने कहा, ‘‘नमामि गंगे (राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन) केवल सामान्य सरकारी काम नहीं है, बल्कि एक मिशन है और इसके तहत किए गए कार्य हमें प्रेरित करते हैं।” सरकार ने तीन दिवसीय ‘गंगा उत्सव-द रिवर फेस्टिवल 2021′ मनाया, जिसमें गंगा नदी के कायाकल्प की दिशा में विभिन्न पक्षों और सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर ध्यान दिया गया।