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मंगलुरु (कर्नाटक): मंगलुरु (Mangluru) के एक निजी स्कूल में छात्रों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एक शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सेंट गेरोसा हायर प्राइमरी स्कूल के प्रबंधन ने सातवीं कक्षा के छात्र के माता-पिता की शिकायत और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के हंगामे के बाद यह कार्रवाई की।

छात्र के माता-पिता ने सोमवार को मंगलुरु दक्षिण पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि शिक्षिका ने ‘कार्य ही पूजा है’ विषय पर कक्षा के दौरान हिंदू देवताओं के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। BJP विधायक भरत शेट्टी वाई और वेदव्यास कामथ ने इस मुद्दे को उठाया था और शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इतना ही नहीं BJP विधायक ने आरोप लगाया कि, टीचर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी छात्रों से बात की। टीचर ने क्लास में 2002 के गोधरा दंगों और बिलकिस बानो गैंगरेप का जिक्र किया और बच्चों के मन में नफरत पैदा करने की कोशिश की।

शेट्टी ने एक बयान में कहा कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है और कुछ स्कूल छात्रों के बीच हिंदू विरोधी भावनाएं फैला रहे हैं। उन्होंने हिंदुओं से ईसाई प्रबंधन द्वारा संचालित स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला कराने पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह किया। आरोप है कि शिक्षिका ने छात्रों से कहा था कि महाभारत और रामायण ‘‘काल्पनिक” हैं और उसने बच्चों में ‘‘हिंदू विरोधी” भावनाएं पैदा करने की कोशिश की। स्कूल ने सोमवार देर रात स्कूल के अभिभावकों को संबोधित एक पत्र में कहा कि शिक्षिका को उसके पद से हटाया जा रहा है और उनके स्थान पर एक नए शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी।