मणिपुर आतंकी हमला: MNPF ने ली जिम्मेदारी, नोट जारी करते हुए कहा- पता नहीं था कर्नल की पत्नी और बच्चा भी मौजूद थे

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    नई दिल्ली: मणिपुर में शनिवार को उग्रवादियों के हमले में असम राइफल्स के पांच जवान शहीद हो गए। शहीद होने वाले जवानों में बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर विप्लव त्रिपाठी भी हैं। इस हमले में कर्नल के अलावा उनकी पत्नी अनुजा और बेटा अबीर की भी मौत हो गई। घटना सुबह साढ़े 10 बजे के लगभग हुई है।  इस आतंकी हमले से पूरा देश आक्रोशित है।  दहशतगर्दों के खिलाफ कड़े एक्शन की बात हो रही है। अब इस बीच मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट  ( MNPF  ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली है। 

    मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने ली जिम्मेदारी

    MNPF ने जिम्मेदारी लेते हुए एक नोट भी जारी किया है। उस नोट में आज (शनिवार) की घटना के बारे में विस्तार से लिखा गया है। नोट में यह भी लिखा गया है कि हमला करने वाले लोगों को यह नहीं पता था कि काफिले में कर्नल की पत्नी और बच्चा भी मौजूद थे। इस नोट के अंदर जवानों को ही नसीहत दे दी गई है कि, वह संवेदनशील इलाकों में परिवार को साथ लेकर ना आए। साथ में यह भी लिखा गया है कि,  जिन इलाकों को सरकार ने भी सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माना है, वहां पर परिवार का रहना ठीक नहीं है। 

    बता दें कि यह संयुक्त बयान उप प्रचार सचिव रोबेन खुमान और थॉमस नुमाई द्वारा  जारी किया गया है। उन्होंने इस हमले की पूरी जिम्मेदारी ले ली है। अब सरकार इस घटना को लेकर किस तरह से संगठन के खिलाफ कार्रवाई करती है, यह आगे साफ हो जाएगा।  घटना के बाद मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। 

    मिली जानकारी के अनुसार नक्सली हमले में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी और  उनकी पत्नी, बच्चे का शव कल रविवार शाम तक रायगढ़ पहुंचेगा। शव हवाई मार्ग से रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेगा।जिसके बाद शव रायपुर से सेना के हेलीकॉप्टर से जिंदल हवाई पट्टी पर उतरेगा। जहां शव को रामलीला मैदान में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद अंतिम संस्कार  किया जाएगा। 

    कैसा हुआ यह हमला 

    मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर उग्रवादियों ने पहले आईईडी से हमला किया, फिर अंधाधुंध गोलियां चलाई। जिसमें चार सेना के अधिकारी और सीओ त्रिपाठी की पत्नी और बच्चे की मौत हो गई। वहीं अन्य चार जवान घायल हुए हैं।