
नई दिल्ली: यूपी (Uttar Pradesh) में फैले अवैध धर्मांतरण (Religious Conversion) मामले में रोज़ाना हो रहे नए खुलासों के बीच अब खबर है कि, अब मामले ईडी भी जांच करेगी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के संबंध में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की है। बताया जा रहा है कि, उत्तर प्रदेश ATS द्वारा दर्ज FIR के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में अब कहा जा रहा है कि, ईडी विदेश से हुई फंडिंग के मामले की भी जांच करेगी।
इससे पहले धर्मांतरण केस में यूपी एटीएस (UP ATS) ने मामले में गिरफ्तार आरोपी उमर गौतम और उसके सहयोगी मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को न सिर्फ गिरफ्तार किया था बल्कि दोनों की सात दिन की रिमांड भी मिल थी जिसके दौरान इनसे पूछताछ में धर्मांतरण का ब्यौरा भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि, इस्लामिक दावा सेंटर के सहारे उमर गौतम और जहांगीर द्वारा बीते डेढ़ साल में धर्म परिवर्तन कराने का 17 पेज का विवरण सामने आया है और अब अधिकारी आगे की जांच कर रहे हैं।
इनकी गिरफ्तारी के बात यह भी जानकारी सामने आई है कि, इनके निशाने पर मूक-बधिर बच्चे और महिलाएं भी होती थीं। इन्हें बहलाकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। वहीं खबर है कि, एटीएस को इस मामले में विदेशी फंडिंग के भी सबूत मिले हैं। लेकिन माना जा रहा है कि, कई और लोग इस गिरोह में शामिल हो सकते हैं। इसलिए आने वाले समय में और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी राजधानी दिल्ली के जामिया नगर इलाके से ताल्लुक रखते हैं।
यूपी एटीएस को एक लिस्ट मिली है इसमें सबसे अधिक दिल्ली के 14 लोगों ने धर्मांतरण की बात सामने आई है। जबकि यूपी से 9, बिहार से 3 और एमपी से 2 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, गुजरात, महाराष्ट्र, असम, झारखंड और केरल के एक-एक व्यक्ति के धर्मांतरण करने की बात सामने आई है।