
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरनाक वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) की देश में दहशत के बीच चिंता और भी बढ़ गई है। इस खतरनाक वेरिएंट ने अब तेलंगाना (Telangana) में भी दस्तक दे दी है। तेलंगाना के हैदराबाद (Hyderabad) में दो लोग ओमीक्रोन पॉज़िटिव पाए गए हैं। बताया जा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, हैदराबाद पहुंचे दो विदेशी नागरिक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं।
ओमीक्रोन का खतरा देश में लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को दिल्ली (Delhi), राजस्थान (Rajasthan) और मुंबई (Mumbai) में ओमीक्रोन के नए मामले सामने आए हैं। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा (Rajasthan Health Minister Parsadi Lal Meena) ने मंगलवार को बताया था कि, राज्य में ओमीक्रोन के चार और मामले सामने आए हैं। इन मरीजों की सेहत स्थिर है। हालांकि राहत की बात ये है कि, राज्य में पिछले सभी ओमीक्रोन मामलों में रिपोर्ट नेगेटिव (Covid Negative Report) आई है।
Two foreign nationals who arrived in Hyderabad test positive for Omicron variant of covid-19: Health officials
— Press Trust of India (@PTI_News) December 15, 2021
वहीं इस बीच मंगलवार को दिल्ली में एक बार फिर से टेंशन बढ़ गई है। दिल्ली में भी चार और ओमीक्रोन के मामले सामने आए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि, चार नए ओमीक्रोन केस का पता चला है, कुल मामलों की संख्या अब 6 हो गई है। 6 मामलों में से 1 मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वर्तमान में, 35 कोविड पॉज़िटिव मरीज़ हैं और इनमें 3 संदिग्ध मामले एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं।इसके अलावा मंगलवार को महाराष्ट्र (Maharashtra) में ओमीक्रोन के 8 और नए मामले सामने आए हैं। इनमें 7 मरीज मुंबई (Mumbai) और 1 मरीज वसई-विरार (Vasai-Virar) का है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से किसी की इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इस बात की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग ने दी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 8 मरीजों में से 3 महिलाएं और 5 पुरुष शामिल है। इनकी उम्र 24 से 41 साल के बीच है। इनमें से तीन मरीज एसिम्प्टोमैटिक है। यानी इनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। जबकि पांच मरीजों में मामूली लक्षण दिखाई दे रहे हैं। सभी के सैंपल दिसंबर के पहले सप्ताह में लिए गए थे। वहीं 8 में से 7 लोगों ने वैक्सीन ली हुई है।
दरअसल, इस वायरस की सबसे पहले जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिली थी। दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले इस वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की पहचान हुई थी। कोविड-19 वायरस के बी.1.1.529 स्वरूप की पहचान दक्षिण अफ्रीका में की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को इस स्वरूप को ‘चिंता उत्पन्न करने वाले स्वरूप’ की श्रेणी में डाला है।
इससे पहले जो आंकड़े सामने आए थे उनसे पता चला था कि, देश में ओमीक्रोन के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए थे, इसके बाद राजस्थान में पहले नौ मामलें सामने आए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक के सवाल पर स्वास्थ मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि, यदि आवश्यक हो तो खुराक दी जा सकती है लेकिन दूसरी खुराक के नौ महीने बाद ही इसका डोज़ लगाया जा सकेगा।