
नई दिल्ली: देश (India) के लगभग सौ रेलवे स्कूल (Railway Schools) जिनमें से कुछ ब्रिटिश काल (British Era) के शताब्दी पुराने हैं जल्द ही अतीत की बात हो सकते हैं। भारतीय रेलवे (India Railways) ने अपने स्कूलों को बंद करने और छात्रों को केंद्रीय विद्यालयों या राज्य सरकार के स्कूलों में विलय करने का फैसला किया है।
फ्री प्रेस जर्नल की खबर के अनुसार, 25 अक्टूबर को प्रमुख कार्यकारी निदेशक (प्रतिष्ठान) रेलवे बोर्ड द्वारा सभी क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधकों को लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि, रेलवे वार्डों की संख्या में अपेक्षाकृत कम स्कूलों को बंद किया जा सकता है या अन्य स्कूलों में विलय किया जा सकता है। समापन या विलय की संभावित तिथि की सूचना बाद में दी जा सकती है।
बता दें कि, रेलवे स्कूल भारत में रेल मंत्रालय के तत्वावधान में संघीय सरकार द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थानों की एक श्रृंखला है। ये स्कूल रेलवे और गैर-रेलवे कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा की जरूरतों को पूरा करते हैं। साल 2015 में, अपनी अंतरिम रिपोर्ट में, विवेक देबरॉय समिति ने सुझाव दिया कि भारतीय रेलवे द्वारा स्कूल चलाने सहित कई कार्य रेल परिवहन के प्रमुख व्यवसाय का मूल नहीं हैं।