लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मैनपुरी निवासी सूरज तिवारी (Suraj Tiwari) ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Examination) पास कर अपने माता पिता का नाम रौशन किया है। परीक्षा पास करना यहां खास बात नहीं है बल्कि सूरत ने ऐसी स्थिति में परीक्षा पास की है जिस स्थिति में लोग जीने की इच्छा खत्म कर देते हैं। सूरत तिवारी का ट्रेन एक्सीडेंट (train accident) में दोनों पैर और बाएं हाथ की दो उंगलियां कट गईं थीं। लेकिन सूरत ने हार नहीं मानी और कड़ी लगन से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर अपने माता पिता का नाम रौशन किया।आइये जानते हैं।
सूरज तिवारी ने 2017 में गाजियाबाद के दादरी में एक ट्रेन दुर्घटना में अपने दोनों पैरों के साथ-साथ अपने दाहिने हाथ और बाएं हाथ की दो अंगुलियों को खो दिया था। लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और माता पिता के सपोर्ट से आज सूरत ने वह कर दिखाया जो सायद ही कोई कर पाता है।
"I am very happy today, my son has made me proud. He is very brave. His three fingers are enough to succeed," says Suraj Tiwari's father, Ramesh Kumar Tiwari (24.05) pic.twitter.com/Gw3EReSauz
— ANI (@ANI) May 25, 2023
सूरज तिवारी के पिता रमेश कुमार तिवारी कहते हैं कि मैं आज बहुत खुश हूं, मेरे बेटे ने मुझे गौरवान्वित किया है। वह बहुत बहादुर है। उसकी तीन उंगलियां ही काफी हैं। ऐसे बेटे पर गर्व है। उसने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। वह सबसे बहादुर बच्चा है।
सूरज तिवारी की मां आशा देवी तिवारी कहती हैं कि मेरा बेटा बहुत बहादुर है। सूरज ने कभी हार नहीं मानी और अपने जीवन में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत की। वह हमेशा अपने छोटे भाई-बहनों को कड़ी मेहनत करने के लिए कहते हैं। बेटे ने हम सब का नाम रौशन किया है।