रांची: झारखंड की चंपई सोरेन (Champai Soren) सरकार का सोमवार यानी आज फ्लोर टेस्ट (floor test) है। चंपई सोरेन आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के जरिए अपना बहुमत साबित करेंगे। वहीं विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने के लिए हैदराबाद के रिजॉर्ट में ठहरे गठबंधन सरकार के विधायक वापस रांची लौट आए हैं। इन विधायकों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस के विधायक शामिल हैं।
दो दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और चंपई सोरेन द्वारा सीएम पद की शपथ लेने के बाद इन विधायकों को तेलंगाना भेज दिया गया था। झामुमो ने तब बीजेपी पर खरीद-फरोख्त के जरिए विधायकों को दल बदलवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।आज से झारखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र भी शुरू हो रहा है। सोमवार और मंगलवार को चलने वाले इस सत्र में चंपई सरकार बहुमत साबित करेगी।
#WATCH रांची: झारखंड में आज होने वाले फ्लोर टेस्ट पर JMM महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, ”आज फ्लोर टेस्ट होगा, (हमारे पास) 47(समर्थन के आंकड़े) से कम नहीं होंगे।” pic.twitter.com/4SZq3dwbMw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2024
चंपई सोरेन को 10 दिन का दिया गया था समय
बता दें कि सीएम के रूप में चंपई सोरेन ने दो फरवरी को शपथ ली थी। उनके सपथ लेने के बाद विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय उन्हें दिया गया था। हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता आलमगीर आलम ने कहा था कि सरकार पांच फरवरी को ही विशेष सत्र के दौरान बहुमत साबित कर देगी।
फ्लोर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं पूर्व सीएम हेमंत सोरेन
सूत्रों के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) भी 5 फरवरी को विधानसभा में होने वाले बहुमत परीक्षण यानी फ्लोर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं। रांची की PMLA कोर्ट इसकी इजाजत दे चुकी है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने बीते 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। झारखंड हाईकोर्ट भी हेमंत सोरेन की याचिका पर आज सुनवाई भी करेगी। हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गिरफ्तारी की कार्रवाई को चुनौती दी है।
इतने विधायकों का चाहिए समर्थन
झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) की 81 सीटों में एक सीट खाली है। ऐसे में 80 सीटों के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है। बहुमत साबित करने के लिए चंपई सोरेन को 41 विधायकों का समर्थन हासिल करना होगा। सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार का दावा है कि उसके पास 46 विधायकों से ज्यादा का समर्थन है।