मणिपुर में चुनाव के दिन इंफाल पूर्वी जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र के मोइरांगकम्पु साजेब में एक ईवीएम मशीन में आग लगा दी गई। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के ग्यारगरी में जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि वहां पर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लोगों की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कैंप ऑफिस पर हमला किया गया। तोड़फोड़ के साथ वहां पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटा गया।
नवभारत डिजिटल टीम: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के पहले चरण के लिए मतदान शुक्रवार (19 अप्रैल) संपन्न हुआ। वोटिंग के दौरान की राज्यों में हिंसा भी हुई। मणिपुर (Manipur) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिंसा कि कई घटनाएं देखने को मिली। चुनाव आयोग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में शाम पांच बजे तक सबसे अधिक 77.57 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं, सबसे काम वोटिंग बिहार मे हुई, यहां पर करीब 46.32 प्रतिशत ही मतदान हुआ।
ईवीएम मशीन में लगा दी गई आग
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले एक साल से हिंसा से जूझ रहे राज्य में चुनाव के दिन भी हिंसा देखने को मिली। बताया जा रहा है कि इंफाल पूर्वी जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र के मोइरांगकम्पु साजेब में एक ईवीएम मशीन में आग लगा दी गई और अज्ञात हथियारबंद लोगों ने 65-वर्षीय एक व्यक्ति को गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि वह व्यक्ति उस वक्त एक मतदान केंद्र के पास खड़ा था जब हथियारबंद हमलावरों ने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि घायल व्यक्ति को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इंफाल पूर्वी जिले के केइराओ विधानसभा क्षेत्र के कियामगेई में हथियारबंद लोगों ने गोलीबारी की और कांग्रेस के मतदान एजेंट को डराया-धमकाया। इससे पहले सुबह इंफाल पूर्वी जिले के खोंगमान जोन 4 में मतदाताओं और अज्ञात लोगों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद ईवीएम को नुकसान पहुंचाया गया।
मतदान केंद्र के पास चलाईं गई गोलियां
पुलिस ने कहा कि हथियारबंद लोगों ने बिष्णुपुर जिले के मोइरांग विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले थमनापोकपी में एक मतदान केंद्र के पास हवा में कई गोलियां चलाईं, जिससे मतदाता भागने लगे। पुलिस के मुताबिक, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को मौके पर भेजा गया। उसने बताया कि अज्ञात हथियारबंद लोगों ने विभिन्न स्थानों पर एक विशेष राजनीतिक दल के चुनाव एजेंट को भी धमकाया और उन्हें मतदान केंद्र छोड़ने के लिए कहा। एक अधिकारी ने बताया कि इंफाल पश्चिम जिले के उरीपोक और इरोइशेम्बा में हथियारबंद लोगों ने एक पार्टी के एजेंट को मतदान केंद्र परिसर छोड़ने के लिए कहा। अधिकारी ने कहा, ‘‘धमकी से क्रोधित होकर, इरोइशेम्बा के मतदाता जबरन मतदान केंद्रों में घुस गए और चुनाव सामग्री और उपकरणों को नष्ट कर दिया।”
बंगाल में भी हिंसा
वहीं, पश्चिम बंगाल में भी मतदान के दौरान हिंसा की घटना देखने मिली। यहां के कूचबिहार के ग्यारगरी में जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि वहां पर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लोगों की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कैंप ऑफिस पर हमला किया गया। तोड़फोड़ के साथ वहां पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटा गया।
लोकसभा चुनाव का पहला चरण का चुनाव समाप्त
शाम पांच बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत मतदान हुआ और मेघालय में 69.91 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में सन्नाटा पसरा रहा जहां अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे। असम में पांच बजे तक 70.77 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। बिहार की चार लोकसभा सीटों पर 75 लाख मतदाताओं में से करीब 46.32 प्रतिशत ने अपराह्न तीन बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर अपराह्न पांच बजे तक 50.27 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर तीन बजे तक 53.56 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर पांच बजे तक 54.85 प्रतिशत जबकि मध्य प्रदेश में छह लोकसभा सीटों पर 63.25 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में 57.54 प्रतिशत, मिजोरम में 52.62 प्रतिशत, नगालैंड में 55.75 प्रतिशत, पुडुचेरी में 72.84 प्रतिशत और सिक्किम में 67.58 % मतदान दर्ज किया गया।