Dr PK Singh,Regional Director, WHO South-East Asia Region

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    नई दिल्ली. दुनियाभर में मंकीपॉक्स (monkeypox) के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने फिर अलर्ट किया है। WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र (South-East Asia Region) के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम के सिंह (Dr. Poonam K Singh) ने कहा कि विश्व स्तर पर और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में मंकीपॉक्स के जोखिम को मध्यम माना जाता है। डॉ. सिंह ने कहा कि मंकीपॉक्स वायरस का प्रसार यौन संबंध और दूषित पदार्थों से हो सकता है। हमें सतर्क रहने और मंकीपॉक्स के प्रसार को कम करने के लिए एक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।

    डॉ. पूनम के सिंह ने कहा, “कई देशों से मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं। WHO विश्व स्तर पर और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में मंकीपॉक्स के जोखिम को मध्यम मानता है। WHO नियमित रूप से उपलब्ध आंकड़ों की समीक्षा कर रहा है।”

    डॉ. सिंह ने कहा, “मंकीपॉक्स का प्रसार मुख्य रूप से निकट शारीरिक संपर्क के माध्यम से होता है, जिसमें यौन संबंध भी शामिल है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए दूषित पदार्थों से भी वायरस का प्रसार हो सकता है।”

    WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक ने आगे कहा, “प्रकोप की शुरुआत से ही WHO, देशों का समर्थन कर रहा है। हमें सतर्क रहने और मंकीपॉक्स के प्रसार को कम करने के लिए एक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। ऐसा करते समय, हमारे प्रयास, उपाय संवेदनशील और भेदभाव से रहित होने चाहिए।”

    गौरतलब है कि देश में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आए हैं। जिनमें से तीन मामले केरल और एक राजधानी दिल्ली में मिले हैं। इन सभी मरीजों को अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया है और कड़ी निगरानी में हैं। जबकि, इनके करीबियों को भी आइसोलेट कर दिया गया है।

    वहीं, रविवार को तेलंगाना में मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध केस सामने आया है। वह कुवैत से लौटा है। शख्स को अस्पताल में भर्ती किया गया है और उसके नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) भेजे गए हैं। इसके अलावा सोमवार को उत्तर प्रदेश में भी एक संदिग्ध केस मिला है। उसे भी आइसोलेट कर दिया गया है।