बालों की सुंदर ग्रोथ के लिए कलौंजी का करें उपयोग, हो सकता है करिश्माई फायदा

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: ‘कलौंजी’ भारतीय रसोई में पाई जाने वाली एक आम सामग्री है। इन छोटे काले बीजों का आमतौर पर तड़के तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रसोई में पाए जाने वाले मसाले सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि त्वचा और बालों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होते हैं। उन्हीं मसालों में एक हैं कलौंजी। कलौंजी से तैयार किया गया तेल बालों में लगाने से कई हेयर प्रॉब्लम से छुटकारा मिलता है। यह बालों की अच्छी ग्रोथ और मजबूती के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। तो आइए जानें कैसे आप इसका बालों में इस्तेमाल कर सकते हैं।

    एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आपके बाल बहुत ही रुखे हैं, तो आप कलौंजी का इस्तेमाल कर सकते हैं। नियमित कलौंजी या इससे बने तेल की मालिश करने से स्कैल्प में सीबम का उत्पादन अच्छे से हो पाता है। इसके अलावा कलौंजी के बीजों में फैटी एमिनो एसिड पाया जाता है जो बालों को सॉफ्ट बनाने में मदद करता है।

    यदि गंदगी, प्रदूषण, सूरज के किरणें और किसी अन्य कारण से आपके बाल डैमेज हो रहे हैं तो आप कलौंजी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तेल का इस्तेमाल करने से रुखे, बेजान और डैमेज बालों से आपको छुटकारा मिलेगा।

    पोषक तत्वों से भरपूर कलौंजी आपके बालों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। ये आपके बालों को जरूरी पोषक तत्व देता है और आपके बालों की ग्रोथ को बढ़ाता हैं। आपके बालों के रोम को स्वस्थ रखने में मदद करता हैं।

    ये न सिर्फ आपके बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है बल्कि बालों को झड़ने से भी रोकता हैं। इस तेल में लिनोलिक एसिड होता है जो बालों को सफेद होने से भी रोकता हैं। काले बीज के तेल में ओमेगा 3 होता है और ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करता है जो बालों के विकास को और बढ़ावा देता हैं।

    घर पर कलौंजी का तेल कैसे बनाएं

    इसके लिए आपको 1 बड़ा चम्मच काले बीज, 1 बड़ा चम्मच मेथी दाना, 200 मिली नारियल का तेल और 50 मिली अरंडी के तेल की जरूरत होगी। काले दानों और मेथी के दानों को पीसकर चूर्ण बना लें। अब इस पाउडर को कांच के कंटेनर में डाल दें। इसमें नारियल तेल और अरंडी का तेल मिलाएं। अब कंटेनर को बंद करके धूप में रख दें।  इसे 2 से 3 हफ्ते तक रखें।  हर दो दिन में तेल को चलाते रहें और 2-3 हफ्ते बाद इसे छान लें। इस तेल को सप्ताह में एक या दो बार लगाएं।