World AIDS Day 2023
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    नई दिल्ली : AIDS एक ऐसी गंभीर बीमारी (Disease) है जिसमें ज्यादातर मरीजों की मौत (Death) हो जाती है। हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day 2022) सेलिब्रेट किया जाता है। जिसका मुख्य उद्देश्य एचआईवी (HIV) या फिर एड्स महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों को श्रद्धांजलि देना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का है। 

    दरअसल, एड्स एक ऐसी महामारी है जिसमें इलाज से लाभ हो सकता है, लेकिन इसे ठीक नहीं किया जा सकता। यह बीमारी लंबे समय तक और सालों तक या सारी जिंदगी रह सकता है। बीमारी के दौरान समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराना जरुरी होता है। साथ ही प्रयोगशाला परीक्षणों या इमेजिंग की हमेशा आवश्यकता होती है। एड्स किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। हालांकि, इसका सबसे ज्यादा खतरा सेक्सुअली एक्टिव लोगों को होता है। 

    इस साल की थीम? 

    गौरतलब है कि लोगों को इस महामारी से जागरूक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बार वर्ल्ड एड्स डे 2022 की थीम (World AIDS Day Theme 2022)  “Equalize” रखी है। आपको बता दें कि इस थीम का मतलब एड्स को जड़ से मिटाने के लिए बच्चों और सभी लोगों को बराबरी से जरूरी एचआईवी सेवाएं उपलब्ध करवाना है।

    ऐसे फैलता है एड्स

    •  खून से जुड़े प्रॉडक्ट (गंदी सुई या बिना जांच वाला खून) से। 
    • अनप्रोटेक्टेड सेक्स से फैलता है। 
    • गर्भावस्था, प्रसव या देखभाल के दौरान मां से बच्चे को। 
    • सेक्सुअल कांटेक्ट से फैलता है।