-सीमा कुमारी
कहते हैं बच्चे देश के भविष्य होते हैं। ऐसे में हर माता-पिता का फर्ज बनता है कि वो अपने बच्चों को एक जिम्मेदार एवं जागरूक नागरिक बनाएं। बच्चों को जिम्मेदार बनाना हर माता-पिता का सपना होता है, लेकिन पेरेंट्स की कुछ छोटी-छोटी बातें उन्हें जिम्मेदार व आत्मनिर्भर बनने से रोकती हैं। बच्चों में अच्छे-बुरे आचरण उनकी परवरिश पर निर्भर करता है।हालांकि, यह आसान नहीं है लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप बच्चों के अंदर जिम्मेदारी की भावना विकसित कर सकते हैं। चलिए जानें इस बारे में-
- एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों के अंदर जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए घर की साफ-सफाई से लेकर किचन के छोटे-मोटे कामों में बच्चों की मदद जरूर लें। जैसे- उन्हें कूड़ा फेकने के लिए डस्टबिन का इस्तेमाल करना सिखाए और गंदे कपड़े बाल्टी या वॉशिंग मशीन में डालने के लिए कहें। इससे बच्चे शुरु से ही जिम्मेदार रहेंगे और उसे इधर-उधर नहीं फेंकेगें।
- अक्सर सुबह-सुबह मां बच्चे को उठाने के लिए आवाज लगाना शुरू कर देती है। लेकिन, पेरेंट्स कोशिश करें बच्चों को जल्दी सुला दें, ताकि वो सुबह खुद जल्दी उठ सकें। उनके पास अलार्म क्लॉक रख दें। इससे उनमें जिम्मेदारी का अहसास जागृत होगा।
- बच्चों को खुद की मदद करना सिखाएं। छोटे बच्चे भी कुछ काम कर सकते हैं। इसलिए उन्हें खुद पर निर्भर रहने दें। इससे वो जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बनेंगे।
- स्कूल का बैग चेक करने से लेकर उसमें किताबें रखने तक, सभी काम बच्चों को करने दें। अगर कहीं घूमने भी जाना हो तो बच्चों को अपना बैग खुद से लगाने दें।
इन सभी आदतों को सिखाने से बच्चों में अपने काम के प्रति जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बनने की जिज्ञासा जागृत होगी।