Amarnath Yatra 2024, Lifestyle News
अमरनाथ यात्रा के लिए शुरु हुए आज से रजिस्ट्रेशन (सोशल मीडिया)

अमरनाथ यात्रियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर आज 15 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरु हो रहे है।

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नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: बाबा बर्फानी के दर्शन (Baba Barfani) के लिए इंतजार कर रहे भक्तों का सब्र अब खत्म हुआ है आज से अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहे है। जहां पर हर साल की यह तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होगी और 19 अगस्त को समाप्त हो जाएगी। इसे लेकर श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SSB) द्वारा जानकारी दी गई थी।

कहां पर स्थित है बाबा बर्फानी का दरबार

अमरनाथ मंदिर को बाबा बर्फानी का द्वार भी कहते है जो हिंदुओं के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों (वे स्थान जहां देवी सती के शरीर के अंग गिरे थे) में रखा गया है। इस स्थान को पौराणिक तौर पर वह स्थान माना जाता है जहां पर भगवान शिव ने देवी पार्वती को जीवन और अनंत काल का रहस्य सुनाया था। इस मंदिर का अधिकांश हिस्सा सालों भर बर्फ से घिरा रहता है। यहां पर यात्रा दो मार्गों से होती है अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा और संकरा बालटाल मार्ग।

कितने मीटर ऊपर है गुफा

अमरनाथ मंदिर कश्मीर में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर है जिसमें बाबा की प्रतिमा एक बर्फ की संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती और बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि बर्फ की ये संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है.यह कश्मीर में एक कठिन तीर्थयात्रा है. हिंदू तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर के अंदर उनके ‘दर्शन’ की सुविधा के लिए मुस्लिम टट्टूवालों और अन्य लोगों की मदद लेनी पड़ती है।

जानिए कैसे करें यात्रा

यहां पर अमरनाथ यात्रा के लिए दर्शन करने जाने के लिए आप अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए आपको कई चीजों की पात्रता का होना भी जरूरी है जो इस प्रकार है..

1- 13 साल से कम और 70 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति और गर्भवती महिलाएं यात्रा नहीं कर सकेंगी।
2- पंजीकरण पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर माना गया है।
3- 8 अप्रैल 2024 को या उसके बाद राजपत्रित चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी चिकित्सा प्रमाण पत्र जमा करें।
4- आधार कार्ड, सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर भी ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है।
5- अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुल्क 150 रुपये है।
6- मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए अधिकृत चिकित्सा संस्थानों की सूची वेबसाइट पर उपलब्ध है।
7- पंजीकृत अमरनाथ यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले केंद्रों से आरएफआईडी कार्ड प्राप्त करना आवश्यक है, जिसके बिना वे आगे नहीं बढ़ पाएंगे।

यात्रा में इंटरनेट की सुविधा

यात्रा के दौरान भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आए इसके लिए 5G नेटवर्क और 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहेगी। 10 मोबाइल टावर लगाए गए हैं। इसके लिए यात्री आवास का विस्तार किया गया है। श्रीनगर में यात्री निवास का काम तेजी से चल रहा है, पहलगाम और बालटाल से गुफा तक की सड़क अब चौड़ी हो गई है।

यात्रा में रखें इन बातों का ख्याल

यहां पर यात्रा में आपको कई बातों का ख्याल रखना भी जरूरी होता है अमरनाथ यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, छतरी, टॉर्च, वॉटरप्रूफ ट्रेकिंग शूज, रेनकोट ले जाना ना भूलें।