शिवपुराण और स्कंदपुराण में है गौ माता की महिमा का वर्णन, जीवन की कठिनाइयों को दूर करने के लिए ये उपाय करें

Loading

सीमा कुमारी-

गाय (Cow) को हिन्दू धर्म में पवित्र जीव माना गया है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है गाय के शरीर पर 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है। आइए  जानें ज्योतिष में गाय से जुड़े कुछ तथ्य और उपाय के बारे में-

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गाय में देवी और देवताओं का वास होता है। उसका दूध अमृत के समान माना गया है। जहां पर घर बन रहा है, वहां पर बछड़े वाली गाय को लाकर बांध दिया जाए तो उस स्थान के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते है।

  • शिवपुराण और स्कंदपुराण में बताया गया है कि गौ सेवा करने और गौ का दान करने से मृत्यु यानि, यमराज का भय नहीं रहता है।
  • ज्योतिषियों का मानना है कि कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो या प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो तो गौ माता के कान में कहिये रुका हुआ काम बन जाएगा।
  • कहते हैं जिस घर में गाय की सेवा की जाती है, उस घर में पुत्र-पौत्र की कमी नहीं रहती है। संतान सुख प्राप्त होता है। ज्ञान, धन आदि अन्य सुख मिलते है। साथ ही उस घर की बाधाओं का अंत हो जाता है। उस घर में बच्चे निडर होते है।
  • जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता को जीभ से चटाएं। गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है।
  • यदि आप किसी इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं और उस समय आपको किसी गाय के रंभाने की आवाज सुनाई दे तो इसे शुभ संकेत माना जाता है।
  • गौ माता को कभी पैर न लगाएं, गौ माता अन्नपूर्णा देवी कामधेनु है, मनोकामना पूर्ण करने वाली है।