किसान कानून के खिलाफ 60 लाख हस्ताक्षर, प्रदेश कांग्रेस की मुहिम

  • राष्ट्रपति को सौंपी जाएगी लिस्ट

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मुंबई. किसान कानून (Farmers law) के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस (State congress) ने 60 लाख किसानों के हस्ताक्षर (signature) लिए हैं.  दादर (Dadar)  के तिलक भवन (Tilak Bhavan) में आयोजित एक कार्यक्रम में इस लिस्ट को प्रभारी एच.के.पाटिल (HK Patil) को सौंपी गई. देश के सभी राज्यों से आए किसानों के हस्ताक्षर की लिस्ट को लेकर 19 नवंबर को सोनिया गांधी की अगुवाई में यूपीए के नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मिलेंगे.

प्रदेश प्रभारी  पाटिल ने कहा कि किसान कानून के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र पूरे देश को दिशा देने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि किसान कानून के रद्द होने तक कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा. इस कार्यक्रम के मौके पर प्रभारी पाटिल के अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात, एआईसीसी सचिव सोनल पटेल, आशीष  दुआ, ऊर्जामंत्री नितीन राऊत, मेडिकल शिक्षा मंत्री अमित देशमुख, कैबिनेट मंत्री असलम शेख, प्रदेश कांग्रेस कार्याध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़, पूर्व मंत्री नसीम खान, हुसैन दलवाई, भाई जगताप, अमीन पटेल, जीशान सिद्दीकी, सचिन सावंत,  मोहन जोशी व राजेश शर्मा समेत कई नेता मौजूद थे.

किसानों को गुलाम बनाने की साजिश

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कहा कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरित क्रांति लाकर किसानों को मजबूत बनाने का काम किया था, लेकिन अब मोदी सरकार ने किसान कानून लाकर उन्हें उद्योगपतियों का गुलाम बनाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि यह कानून किसी भी तरह से किसानों के हित में नहीं है.

मुंबई कांग्रेस ने सौंपे 4 लाख हस्ताक्षर

मुम्बई कांग्रेस अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ ने किसान कानून के खिलाफ 4 लाख हस्ताक्षर सौंपे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सभी नियमों को ताक पर रख कर सदन में इस कानून को पास किया था. गायकवाड़ ने कहा कि इस कानून के खिलाफ मुंबई कांग्रेस का संघर्ष आगे भी जारी रहेगा.