पाकिस्तान को ब्रिटेन का झटका, अत्यंत खतरनाक देशों की सूची में शामिल किया

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पाकिस्तान को एंग्लो-अमेरिकन साम्राज्यवाद की नाजायज औलाद कहा जाता है। भारत को 1947 में कटी-छंटी आजादी मिली। अंग्रेज जाते-जाते देश के 2 टुकड़े कर गए। अंतिम ब्रिटिश वाइसराय लार्ड माउंटबेटन ने पहले 14 अगस्त को पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना को शपथ दिलाई और इसके अगले दिन भारत को स्वाधीनता देते हुए पं। नेहरू को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। अब खुद ब्रिटेन महसूस कर रहा है कि पाकिस्तान एक बेहद खतरनाक देश है जहां किसी का जान-माल, इज्जत-आबरू सुरक्षित नहीं है और जंगल-राज जैसे हालात हैं। 

ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वह पाकिस्तान बिल्कुल न जाएं। ब्रिटेन ने बहुत खतरनाक देशों की सूची को अपडेट करते हुए इसमें पाकिस्तान को शामिल किया है। ऐसे देशों में या तो युद्ध चल रहा है या फिर वहां किसी भी पर्यटक के लिए अपहरण, लूटपाट या हत्या का खतरा हो सकता है। कामनवेल्थ आफिस ने ऐसे 24 देशों की सूची बनाई है जिनमें रूस, यूक्रेन, सूडान, लेबनान, इजराइल, फिलस्तीन, बेलारूस जैसे युद्धरत देशों के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बुर्किना फासो, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, हैती, इराक, लीबिया, माली, नाइजर, यमन, सोमालिया, सोमालीलैंड, उत्तर कोरिया, वेनेजुएला का समावेश है। 

पाकिस्तान इस्लामिक देश होने से वहां गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदायों जैसे हिंदुओं और ईसाइयों पर हमले होते रहते हैं। इन समुदायों की लड़कियों को गुंडे उठा ले जाते हैं और पुलिस कुछ नहीं करती। उनका जबरन धर्मपरिवर्तन, अपहरण, बाल विवाह, जबरन शादी, यौन हिंसा व जघन्य अपराध किए जाते हैं। किसी पर भी झूठा ईशनिंदा का आरोप लगाकर उसे बेहद कड़ी सजा दी जाती है।

मानवाधिकारों को रौंदा जाता है। अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार के मामले में संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान का भंडाफोड़ किया है। पाक में कार्यरत चीनी इंजीनियरों व श्रमिकों पर भी हाल में हमले हुए हैं जिस पर चीन ने नाराजगी जताई है। बलूचिस्तान और सिंध में पाकिस्तानी फौज अत्याचार करती है तो अफगानिस्तान से लगी सीमा में तालिबान के हमले होते रहते हैं। पाकिस्तान में अशांति और अराजकता का माहौल है इसे देखते हुए ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को वहां जाने से मना किया है।