तरक्की की ऐसी भी दहाड़, टाटा की पाकिस्तान को धोबीपछाड़

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, अपने देश के टाटा ग्रुप (Tata Group) की ताकत और सफलता की दाद देनी होगी।  उसने पाकिस्तान को पछाड़ दिया।पड़ोसी देश की कुल जीडीपी से भी टाटा का मार्केट कैप ज्यादा हो गया है।  टाटा का मार्केट कैपिटलाइजेशन या बाजार से उठाई गई पूंजी 365 बिलियन डॉलर है।  पाकिस्तान की कुल अर्थव्यवस्था इसके सामने पानी भरती है। ’’

हमने कहा, ‘‘वैसे भी आप बचपन से सुनते आ रहे होंगे कि जूतों में बाटा और स्टील में टाटा का नाम बहुत फेमस है। ’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, टाटा कहां नहीं हैं। ! उनकी पीढि़यों की सफलता पर गौर कीजिए।  हालांकि वहां सभी दत्तक लिए जाते रहे।  जमशेदजी नसरवानजी टाटा के बाद जहांगीर रुस्तम (जेआरडी) टाटा और वर्तमान में रतन टाटा का नाम किसने नहीं सुना।  नोएल टाटा का नाम भी आपको पता होगा।  टाटा के स्टील पर लोग सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं।  बिहार का जमशेदपुर स्टील प्लांट प्रसिद्ध है।  पिछले 1 वर्ष में टाटा मोटर्स, टाइटन वाचेस, टीसीएस और टाटा पावर्स की संपत्ति में दोगुना वृद्धि हुई है।  टाटा की शानदार प्रदर्शन करनेवाली कंपनियों में टीआरएफ, ट्रेंट, बनारस होटल्स, टाटा इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन शामिल हैं। ’’

हमने कहा, ‘‘टाटा ने मर्सीडीज बेंज जैसी महंगी आलीशान गाड़ी से लेकर छोटी कार नैनो तक बनाई।  महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह किया था।  मुंशी प्रेमचंद ने ‘नमक का दारोगा’ कहानी लिखी थी जबकि टाटा ने अपना नमक सारे हिंदुस्तान को खिलाया।  वाशिंग मशीन आने के पहले लोग टाटा के 501 साबुन के बार से घिसकर अपने कपड़े धोया करते थे।  टाटा ने देश में हवाई यात्रा की शुरूआत की।  जेआरडी टाटा कराची से मुंबई तक विमान उड़ानेवाले पहले पायलट थे।  टाटा एयरलाइंस का मुंबई से दिल्ली तक का यात्री किराया 1948 में 110 रुपए था।  एयर इंडिया की स्थापना टाटा ने की थी जो सरकार के हाथों में जाकर बरबाद हो गई और फिर से टाटा के पास आकर आबाद हो गई।  टाटा खुलकर चैरिटी या परोपकार करते हैं।  वे इस मामले में अंबानी-अदानी से बहुत आगे हैं।  टाटा ने मुंबई में कैंसर हास्पिटल से लेकर निराश्रित कुत्तों के लिए अस्पताल तक खोला है।  आपने सलमान खान की फिल्म ‘जुड़वा’ का गीत सुना ही होगा- बिडला-टाटा वाह-वाह, जूतों में बाटा वाह-वाह, लड़की का चांटा वाह-वाह!’’