कुछ अच्छा करने का विचार आर्यन का काउंसलिंग से कितना होगा सुधार

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, समुपदेशन या काउंसलिंग का कितना बढ़िया असर होता है. देखिए न, ड्रग्स केस में पकड़े गए आर्यन खान ने उसे समझाइश देने वाले एनसीबी के जोनल डायरेक्टर और उनकी टीम के अफसरों से कहा कि अब वह कुछ भी गलत नहीं करेगा जिसकी वजह से वह चर्चा में आए. उसने यह भी कहा कि मैं एक दिन कुछ ऐसा कुछ जरूर करूंगा जिससे आपको मुझ पर गर्व होगा.’’ 

    हमने कहा, ‘‘यह मत भूलिए कि आर्यन ‘किंग खान’ कहलाने वाले अभिनेता शाहरुख खान का बेटा है. वह भी डायलॉग बोलने और एक्टिंग करने में माहिर होगा. उसने मासूमियत दिखाते हुए सुधरने की इच्छा जताई होगी. हकीकत यह है कि इंसान की जिंदगी तुख्म, तासीर और सोहबते असर से प्रभावित होती है. उस पर खानदान, स्वभाव और दोस्तों की संगत का चाल-चलन पर काफी असर पड़ता है. कहते हैं- 100 नादान दोस्तों से एक समझदार दुश्मन भला!’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, अभिनेत्री पूजा बेदी ने कहा कि एक बेगुनाह बच्चे को लॉकअप में हर दिन बिताने के लिए मजबूर किया जा रहा है.’’ हमने कहा, ‘‘23 साल की उम्र में कोई बच्चा नहीं रह जाता. पूजा बेदी, पूजा भट्ट और पूजा बत्रा सभी पुरानी हीरोइनें हो चुकी हैं जिनके पास कोई काम नहीं है. यदि शाहरुख खान पहले ही अपने बेटे की ठीक से परवरिश करते तो यह नौबत नहीं आती. उसे अक्षय कुमार की ट्रेनिंग में भेजना चाहिए था जो कोई नशा नहीं करता, रात 10 बजे सो जाता है, रात की पार्टियों में नहीं जाता. देर रात तक या संडे को शूटिंग नहीं करता. अनुशासित जीवन बिताता है. 

    केसरी, हॉलिडे और बेबी फिल्मों का हीरो अक्षय कुमार ऐसी देशभक्ति सिखाता कि समुपदेशन की नौबत ही नहीं आती.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आर्यन को अपने मिसएडवेंचर का फल भोगना पड़ रहा है. इस अनुभव से वह सीख ले सकता है. फिल्मी दुनिया के और भी जो लोग ड्रग्स लेते हैं, वे संभल जाएं वरना वे भी पकड़े जाएंगे और उनकी भी काउंसलिंग होगी.’’ हमने कहा, ‘‘समझाने से कौन समझता है. उल्टे घड़े पर पानी डालकर क्या फायदा! कुछ लोग ठोकर लगने से संभल जाते हैं और कुछ की हालत ऐसी रहती है कि सब कुछ लुटा के होश में आए तो क्या किया, दिन में अगर चिराग जलाए तो क्या किया!’’