23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में MP का सामना Mumbai से, चैंपियन मुंबई को हराना इसलिए है मुश्किल

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    -विनय कुमार

    रणजी ट्रॉफी 2021- 22 का फाइनल (Ranji Trophy 2022 Final) मैच आज मुंबई और मध्यप्रदेश (Mumbai vs MP) के बीच बैंगलोर के एम चिन्रास्वामी स्टेडियम के मैदान में है। इस फाइनल मैच में पहुंचने से पहले मध्य प्रदेश की टीम ने सेमीफाइनल में बंगाल को पटखनी दी थी। और दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई की टीम उत्तर प्रदेश (Mumbai vs Uttar Pradesh Ranji Trophy 2021-22 Semifinal) के खिलाफ मैदान में उतरी थी

    हालांकि, वह मैच ड्रॉ हो गया, किंतु, उस मुकाबले की पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर मुंबई ने फाइनल में जगह बना ली। गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश की टीम 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले साल 1999 में मध्य प्रदेश की टीम चंद्रकांत पंडित (Chandrakant Pandit) की कप्तानी में फाइनल मुकाबले में पहुंची थी। लेकिन, उस मुकाबले में कर्नाटक से हार का सामना करना पड़ा था। उसी टीम के कप्तान इस वक्त मध्य प्रदेश टीम के कोच हैं।

    दोनों टीम की दिलचस्प जानकारियां

    गौरतलब है कि मुंबई की टीम रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 47वीं बार फाइनल में पहुंचने का कीर्तिमान अपने नाम किया है। इससे पहले मुंबई 2016-17 सीजन में फाइनल में पहुंची थी। यही नहीं मुंबई की टीम ने 41 बार रणजी ट्रॉफी जीता है। आखिरी बार वह 2015-16 में खिताब जीता थी।

    वहीं, आज फाइनल मैच में उसके सामने खड़ी मध्य प्रदेश की टीम ने 1999 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश किया है। यानी, 23 साल बाद ये मौका आया है। हालांकि, रणजी ट्रॉफी के इतिहास में मध्य प्रदेश के खाते एक बार भी ट्रॉफी नहीं गई है।  

    ताज़ा सीज़न में मुंबई और मध्य प्रदेश का प्रदर्शन

    Ranji Trophy 2021-22 में Elite Group -D में टॉप पर रहते हुए मुंबई की टीम ने क्वार्टर फाइनल खेला। इस दरम्यान मेंंबई ने ग्रुप मैचों में गोवा और उड़ीसा की टीम को हराया और सौराष्ट्र के खिलाफ ड्रॉ रहा मैच। उत्तराखंड की टीम को मुंबई की टीम ने 725 रनों के भारी अंतर से हराया। यह एक कीर्तिमान रहा और सेमीफाइनल में एंट्री की।

    वहीं, मध्य प्रदेश ने EliteGroup-A में गुजरात और मेघालय को हराया। केरल के खिलाफ ड्रॉ खेला और नॉकऑउट स्टेज में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही।